देवेन्द्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। कांग्रेस के बदलते समीकरण में धीरे धीरे प्रियंका गांधी व राहुल गांधी की मजबूत पकड़ होने लगी है। इसका असर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी होने लगा है। इन दिनों गहलोत, प्रियंका व राहुल को खुश करने में लगे है। बडबोल ओएसडी लोकेश शर्मा धुरंदर बल्लेबाज की तरह ट्वीट कर हर वक़्त मुख्यमंत्री गहलोत को अपनी सक्रियता का आभास कराते रहे है। लोकेश शर्मा अपनी रफ़्तार को धीरे करते हुवे अपने शब्दबाणो पर अंकुश लगा लिया है। ये वहीं ओएसडी है जिन्होंने हर समय अपने शब्दबाणो से ये दर्शाने की कोशिस की कांग्रेस में हाई कमान अशोक गहलोत ही है। समय की नजाकत को समझते हुवे गहलोत ने अपनी कार्यशैली में परिवर्तन करते हुवे प्रियंका और राहुल को मजबूत करने की बात करने लगे है। इसका बड़ा असर राजस्थान सरकार मंत्री मंडल फेरबदल के समय देखने को मिलेगा।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में यूपी की प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से 40 फ़ीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा का असर अब गहलोत मंत्रिमंडल पर भी देखने को मिलेगा।
आगामी समय में गहलोत मंत्रिमंडल के होने वाले विस्तार में महिला विधायकों को मंत्री मंडल में शामिल कर प्रियंका गांधी की रणनीति की एक झलक देखने को मिल सकती है।
गहलोत सरकार में अभी एक महिला मंत्री है
सिकराय से दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीतीं ममता भूपेश को गहलोत सरकार में महिला बाल विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार मिला हुआ है।
यूपी चुनाव में प्रचार के लिए जाने से पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत की रणनिति राज्य में चुनी हुई महिला विधायकों में से मंत्री मंडल व निगम बोर्ड में शामिल कर कांग्रेस में आने वाला समय महिलाओ को प्रतिनिधित्व देने में सक्षम है यह सन्देश गहलोत देने का प्रयास कर रहे है।
इन महिला विधायकों में लगी है लाल बत्ती की दौड़
डॉ. कृष्णा पूनिया, चूरू
दिव्या मदेरणा, ओसिआ ,जोधपुर
मंजू देवी, जायल, नागौर
साफिया जुबेर, अलवर
ज़ाहिदा खान, भरतपुर
रीटा चौधरी, झुंझनू
शकुंतला रावत, बानसूर,अलवर
मनीषा पंवार, जोधपुर
निर्मला सहरिया, किशनगंज, बांरा
गायत्री देवी त्रिवेदी, सहाड़ा, भीलवाड़ा