केंद्र सरकार के लाए कृषि कानूनों का विरोध थमता नजर नहीं आ रहा है। किसान संगठनों के आह्वान पर सोमवार को बाजार बंद करवाया गया। इसके साथ ही किसानों ने जगह-जगह चक्का जाम भी किए। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े वाहनों को नहीं रोका गया। वहीं रीट परीक्षा के बाद लौट रहे कैंडिडेट्स को भी परेशान नहीं किया गया। सुबह करीब साढ़े सात बजे से ही किसान शहर से बाहर निकलने वाले इलाकों में जुटने लगे। किसानों ने श्रीगंगागनर के सटे लालगढ़, साधुवाली सहित कई इलाकों में नाके लगा दिए। आमतौर पर किसान सुबह छह बजे से ही नाके लगा लेते हैं लेकिन सोमवार को सुबह आठ बजे से नाके लगाए। इसके पीछे बड़ा कारण रविवार को रीट परीक्षा का संपन्न होना था। किसान नेताओं का कहना था कि रीट परीक्षा के बाद लौट रहे कैंडिडेट्स को परेशान नहीं हो इसे देखते हुए उन्हें सुबह छह बजे से आठ बजे तक जिले से बाहर निकलने का समय दिया गया। इसके बाद जाम लगा दिया गया। श्रीगंगानगर के पास साधुवाली, नाथंवाला, सूरतगढ़ बाईपास, रायसिंहनगर इलाके में 11टीके फाटक के पास सहित कई अन्य इलाकों में किसानों ने रास्ते जाम कर दिए। इससे कई जगह लोग लौट गए तो कई जगह वाहनों की कतारें लग गईं। किसान नेता गुरबलपाल सिंह संधू ने बताया कि उन्होंने पदमपुर इलाके में रास्ते जाम किए। सुबह आठ बजे से ही वाहनों को रोकना शुरू कर दिया गया। बाजार बंद का रहा असर इसके साथ ही बाजार बंद का भी असर नजर आया। सुबह श्रीगंगानगर में गोल बाजार, मेन बाजार सहित कई प्रमुख इलाकों में दुकानें बंद रहीं। दुकानदार बाजार में पहुंचे जरूर, लेकिन दुकानों के आगे डेरा जमाए बैठे रहे। गोल बाजार के व्यापारी यशपाल सचदेवा ने बताया कि वे सुबह से बाजार में मौजूद हैं लेकिन इलाके में बंद का व्यापक असर है। वहीं रायसिंहनगर इलाके में भी बंद का खूब असर दिखा। सुबह से दुकानें खुली ही नहीं। यहां ग्यारह टीके फाटक के पास पूर्व विधायक सोना देवी के नेतृत्व में चक्का जाम भी किया गया। कृषि कानूनों का हो रहा विरोध इलाके के किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि नए कृषि कानूनों से किसानों को नुकसान होगा। इसी सिलसिले में लंबे समय से विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। किसान नेताओं ने बताया कि कृषि कानून वापस लेने तक इसी तरह से विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा। रेलों पर पड़ा असर किसानों ने चक्का जाम के साथ-साथ पंजाब क्षेत्र में रेलों को भी रोका। इससे श्रीगंगानगर से पंजाब के बठिंडा और अन्य शहरों को जाने वाली रेलों तथा दिल्ली इंटरसिटी सहित कई ट्रेनों पर असर आया। श्रीगंगानगर के रास्ते बीकानेर को जाने वाले दिल्ली सराय रोहिल्ला बीकानेर रेल को पंजाब में पंजकोसी के पास रोक लिया गया। स्टेशन अधीक्षक डीके त्यागी ने बताया कि दिल्ली सरायरोहिल्ला बीकानेर रेल को पंजाब में पंजकोसी के पास रोका गया है। वहीं दिल्ली इंटरसिटी श्रीगंगानगर से रवाना तो हुई लेकिन हिंदुमलकोट के पास रोक ली गई। पंजाब जाने वाली कई अन्य ट्रेनों पर भी असर पड़ा है। हनुमानगढ़ में दिखा मिलाजुला असर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशव्यापी भारत बंद का असर सोमवार सुबह से ही जिले में नजर आ रहा है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों की ओर से भारत बंद का आह्वान किया गया है। हनुमानगढ़ में किसान नेताओं के नेतृत्व में कई टोलियां सुबह ही बाजारों मे निकल पड़ी। खुली हुई दुकानों को बंद करवाने लगी। ऐसी ही स्थिति अन्य कस्बों की भी रही। नवां गांव के पास के पास सुबह 6 बजे से ही जाम लगाकर लोगों का आवागमन रोक दिया गया। हालांकि, रविवार तक किसान मोर्चा ने जाम के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं की थी। ऐसा माना जा रहा था कि रीट के अभ्यर्थियों के आवागमन को देखते हुए जाम नहीं लगाया जाएगा लेकिन सोमवार को सुबह ही कई युवाओं ने जाम लगा दिया। इस दौरान रीट अभ्यर्थियों को वापिस ले जा रही एक बस को भी रोक लिया गया। ऐसा कहा जा रहा था कि जाम लगाया भी जाता है तो इसका समय सुबह 9 बजे के बाद ही होगा, लेकिन सुबह जल्दी ही जाम लगने से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसान नेताओं के मुताबिक जिला मुख्यालय पर भारत माता चौक और सूरतगढ़ रोड पर गांव मक्कासर के पास भी जाम लगाने की योजना है।