बीकानेर। टोक्यो पैरा ओलिंपिक के तीरंदाजी मुकाबले में शनिवार सुबह भारतीय खिलाड़ी श्याम सुंदर स्वामी अपना पहला मुकाबला ही हार गए। उन्हें अमेरिका के मेट स्टूजमेन ने महज तीन अंकों से हराया। बहुत करीबी मुकाबले में शुरूआती राउंड में श्याम सुंदर उस पर भारी रहा लेकिन अंतिम दो दौर में पिछड़ गया। मूल रूप से बीकानेर के श्याम सुंदर स्वामी बहुत संघर्ष करके टोक्यो ओलंपिक के सफर तक पहुंचे।
श्याम सुंदर ने क्वालीफाई राउंड से आगे बढ़कर शुक्रवार को ही सीधे मुकाबले में प्रवेश किया था। टोक्यो में शनिवार सुबह साढ़े छह बजे एलिमेशन राउंड शुरू हुआ। जिसके पहले राउंड में श्याम सुंदर ने 27 अंक बनाये जबकि अमेरिकी तीरंदाज ने 28 अंक लिए। दूसरे राउंड में श्याम सुंदर ने अमेरिकी खिलाड़ी के बराबर 55 अंक बनाए। तीसरे राउंड में स्टूजमेन ने श्याम से एक और चौथे राउंड में दो अंक अधिक लिए। ये दो राउंड ही भारी पड़े। अंतिम राउंड में फिर से दोनों खिलाड़ियों के बराबर अंक थे। कुल तीन अंक से श्यामसुंदर पिछड़ गए। लास्ट स्कोर में स्टूजमेन को 142 अंक मिले जबकि श्याम सुंदर को 139 अंक मिले। महज तीन अंक से पिछड़ने के कारण वो मुकाबला हार गए।
सिल्वर मेडल विजेता से था मुकाबला
अमेरिका के जिस मेट स्टूजमेन के साथ श्याम सुंदर का मुकाबला हुआ, उसके दोनों हाथ नहीं है। पैरों के माध्यम से ही वो तीरंदाजी करता है। आर्म लेस आर्चर के रूप में विख्यात स्टूजमेन वर्ष 2012 के मुकाबले में अमेरिका के लिए सिल्वर मेडल जीत चुका है। वो पहले बास्केटबॉल का खिलाड़ी था लेकिन बाद में तीरंदाजी का चयन किया।