नागौर। 12 दिन पहले सदर पुलिस पर फायरिंग कर गाड़ी में भागे तस्कर को पुलिस ने हिरासत में लिया है। हालांकि पुलिस ने इस मामले का अभी तक खुलासा नहीं किया है। बताया जा रहा है कि स्क्क अभिजीत सिंह बुधवार को इस पूरे मामले का खुलासा करेंगे। इसमें एक थाने के इंटेलिजेंस अधिकारी की भूमिका पर भी संदेह है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के दौरान गाड़ी में वह भी मौजूद था।नागौर ष्टह्र विनोद कुमार सीपा सहित उनकी टीम पुलिस ने 12 दिन पहले पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले तस्कर सिंगड़ गांव निवासी गणेश पुत्र भूराराम जाट को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार तस्कर के पास से सफेद रंग की गाड़ी सहित हथियार भी बरामद किए गए हैं। तस्कर गणेश जाट एनडीपीएस एक्ट व आम्र्स एक्ट में कोतवाली थाने का वांछित आरोपी भी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस पर फायरिंग कर भागने वाले तस्करों को छिपाने व शरण देने के मामले में एक पुलिस अधिकारी की भी भूमिका सामने आई है।
पुलिस द्वारा तस्कर गणेश को गिरफ्तार करते समय उसकी गाड़ी में ये आसूचना अधिकारी उसके साथ बैठा था। अब इस पूरे मामले का खुलासा स्क्क अभिजीत सिंह आज करने वाले हैं।
दरअसल, 13 अगस्त को पुलिस और गाड़ी में आए तस्करों के बीच नागौर व बीकानेर जिले की सीमा में आमने-सामने फायरिंग हुई थी। अलाय फाटक के पास पीछा कर रही पुलिस टीम ने तस्करों को रोका तो एक फायर किया था। इसके बाद बीकानेर सीमा में घुस गए। पीछा कर रही पुलिस व तस्करों के बीच पांचू क्षेत्र, हियादेसर, मुकाम में आमने-सामने फायरिंग हुई। इसके बाद तस्कर गाड़ी में फरार हो गए थे। सदर एसएचओ ने फायरिंग के मामले में श्रीबालाजी थाने में तस्कर के खिलाफ रिपोर्ट दी थी।
तस्कर की फायरिंग में घायल हुआ था कॉन्स्टेबल
13 अगस्त को तस्करों की गाड़ी का पीछा कर रही पुलिस की गाड़ी पर तस्कर ने पिस्तौल से फायरिंग की थी। अलाय फाटक के पास हुई फायरिंग की घटना में सदर थाने के कांस्टेबल माधाराम के हाथ में गोली लगने से घायल हो गया था।