श्रीगंगानगर। अब तक आपने नोट दोगुने करने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के बारे में सुना होगा लेकिन बुधवार को ठगी का नया ट्रेंड सामने आया जब तीन लोगों ने एक व्यक्ति को नोट दोगुने करने की मशीन दिलाने का झांसा देकर ठगी कर डाली।

आरोपी इतने शातिर थे कि एक बार में दो लाख रुपए लिए लेकिन मशीन चार लाख रुपए की होने की बात कहकर बाद में दूसरी किश्त में और दो लाख रुपए का चूना लगा दिया। चार लाख रुपए लेने के बाद भी आरोपियों का मन नहीं भरा और उन्होंने कुछ और रुपए की मांग कर डाली। रुपए देने वाले ने तब तक आरोपियों की मंशा समझ ली और तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया।

ये था मामला

इस संबंध में 14 अगस्त को शहर के पुरानी आबादी थाने में मामला दर्ज हुआ था। इसमें अग्रसेन नगर के मोहित कुमार पुत्र महेंद्र ने तीन लोगों के खिलाफ नोट दोगुने करने की मशीन दिलाने का झांसा देकर चार लाख रुपए की ठगी का आरोप लगाया। मोहित ने बताया कि उसे श्रीकरणपुर चूंगी के पास केसरीसिंहपुर थाना क्षेत्र के 48 जीजी श्रीनगर निवासी भिंदा सिंह उर्फ पिंदा सिंह मिला। उसने मोहित को नोट दुगने करने की मशीन दिलाने के बारे में बताया।

उसका कहना था कि मोहित उसे दो लाख रुपए दे दे तथा वह इसमें अपनी ओर से दो लाख रुपए मिला देगा। इस तरह दोनों मिलकर यह मशीन खरीद लेंगे। इस पर मोहित तैयार हो गया तथा उसने भिंदासिंह को 14 अगस्त को दो लाख रुूपए नकद दे दिए। पंद्रह अगस्त को भिंदा सिंह ने बताया कि उसके पास दो लाख रुपए का इंतजाम नहीं हो पाया है।

ऐसे में शेष दो लाख रुपए भी मोहित ही दे दे। इस पर मोहित ने भिंदासिंह को श्रीकरणपुर चूंगी के पास बुलाकर दो लाख रुपए और दे दिए। सोहल अगस्त को उसने सुबह आने का विश्वास दिलाया लेकिन वह नहीं आया। इस पर मोहित को भिंदा सिंह पर शक हुआ और उसने उससे फोन पर संपर्क किया। इस पर भिंदासिंह ने दुकान वाले के मशीन के लिए और अधिक राशि मांगने की बात कही।

इस पर मोहित भिंदासिंह की मंशा समझ गया तथा उसे उलझाने के लिए और राशि देने पर सहमत हो गया। इस बार मोहित आरोपियों के बुलावे पर गांव छह जी गया। वहां उसने राशि तो नहीं दी लेकिन आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई। वहां उसे भिंदा सिंह के अलावा सुखासिंह और कुंदन सिंह भी मिले। तीनों ने उसे बातों में उलझा कर मशीन तो नहीं दिलाई लेकिन चार लाख रुपए ठग लिए।

 

मुखबिरों से मिली जानकारी

पुलिस को मुखबिरों के जरिए आरोपियों के बारे में जानकारी मिली। इस आधार पर पिंदासिंह के अलावा 42 जीजी के सुखासिंह उर्फ सुखप्रीत सिंह तथा कुंदन सिंह पुत्र जागेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से पांच-पांच सौ रुपए की तीन गड्डियां मिली। जिनके आगे और पीछे पांच सौ रुपए के नोट हैं तथा बीच में 98 नोट की जगह सफेद कागज लगे मिले। आरोपियों के पास एक कार भी बरामद हुई है।