जोधपुर जिले के शेरगढ़ क्षेत्र में एक स्कूली शिक्षक के अन्य शिक्षक के सहयोग से नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़िता ने तीन माह पश्चात अब तबीयत बिगड़ने पर अपने परिजनों को घटनाक्रम से अवगत कराया है। इसके बाद परिजनों ने सेरगढ़ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस पीड़िता का आज मेडिकल कराने के लिए जोधपुर लेकर आई है।

पुलिस के अनुसार शेरगढ़ थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज करवा कर बताया कि मेरी बेटी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बाबा की निम्बड़ी मोकमगढ़ में छठी कक्षा में पढ़ती है। मार्च माह में एक दिन स्कूल के शिक्षक सुरजाराम ने मेरी बेटी को छुट्‌टी होने के बाद वहीं पर रोक लिया। इसी स्कूल में पढ़ने वाला मेरा बेटा भी अपनी बहन के पास ठहर गया, लेकिन शिक्षक सुरजाराम ने उसे वहां से भगा दिया। स्कूल से वापस लौटने पर मेरी पत्नी के पूछे जाने पर बेटी रोने लग गई और कहा कि वह कल से स्कूल नहीं जाएगी। शिक्षक सुरजाराम उसके साथ अश्लील हरकत करता है। इसके बाद स्कूल बंद हो गए। अब 5 जून को मेरी बेटी की तबीयत बिगड़ गई। बार-बार पूछने पर उसने अपनी मां को बताया कि शिक्षक सुरजाराम ने स्कूल परिसर में ही मेरे साथ तीन-चार बार दुष्कर्म किया। इस दौरान उसने उसे धमकी भी दी कि यदि किसी को इस बारे में बताया तो वह उसे मार देगा।

दुष्कर्म करने के दौरान एक अन्य शिक्षक सहीराम कमरे के बाहर खड़ा रह ध्यान रखता ताकि कोई अंदर नहीं आ सके। पीड़िता के पिता का आरोप है कि इस कारण से मेरी बेटी गर्भवती हो चुकी है। पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर पुलिस पीड़िता का मेडिकल कराने आज जोधपुर लेकर आई है। मामले की जांच बालेसर क्षेत्र के वृत्ताधिकारी राजूराम चौधरी को सौंपी गई है।