बीकानेर। बीकानेर में कोरोना ने चारों ओर अपना झाल बीछा रखा है सरकारी लाजमा दिन-रात लोगों की जीवन रक्षा के लिए तत्परता से कार्य में लगे है वहीं दूसरी और कुछ प्राईवेट अस्पतालों ने इसे अपनी कमाई का जरिया बनाया है जीवन रक्षा हॉस्पिटल में कोविड प्रभावित रोगियों की चिकित्सा में गंभीर प्रकृति की अनियमितताएं, संसाधनों की कमी एवं आक्सीजन का दुरूपयोग पाए जाने पर जिला कलक्टर नमित मेहता ने अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए दो दिन में स्पष्टीकरण के लिए निर्देश दिए हैं। जिला कलक्टर ने बताया कि कोविड-19 महामारी के वर्तमान परिपेक्ष्य में चिकित्सा व्यवस्था सुचारू एवं दुरूस्त रखने के लिए गठित जिला स्तरीय समिति द्वारा 20 अप्रैल को अस्पताल का निरीक्षण किया गया। समिति में नगर निगम आयुक्त, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आरसीएचओ और फोर्ट डिसपेंसरी के फिजिशियन शामिल थे।
पाई गई यह अनियमितताएं
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि भर्ती मरीजों में से 20 मरीजों का ऑक्सीजन सैचुरेशन सही था। फिर भी उन्हें ऑक्सीजन दिया जा रहा था। इस प्रकार वर्तमान परिस्थितियों में जीवन रक्षा के महत्वपूर्ण स्त्रोत का दुरूपयोग पाया गया। कोविड वार्ड में पॉजिटिव मरीजों के पास उनके रिश्तेदार व स्टाफ बिना मास्क एवं बिना पीपीई किट पहने परिसर में आ-जा रहे थे, जो कि राज्य सरकार द्वारा जारी कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
अस्पताल में 2 बीएचएमएस और एक एमबीबीएस डॉक्टर मिले, जो कोविड मैनेजमेंट और आईसीयू मैनेजमेंट के दृष्टिकोण से सक्षम नहीं थे। इसके अतिरिक्त हॉस्पिटल में कोविड इलाज के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित राशि से अधिक राशि वसूल किए जाने की भी शिकायत भी प्राप्त हुई। इन सभी अनियमितताओं के मद्देनजर यह नोटिस जारी किया गया है।
मेहता ने बताया कि दो दिन में जवाब नहीं आने की स्थिति में अस्पताल के विरुद्ध राजस्थान महामारी अधिनियम 2020 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अनुज्ञा पत्र को निरस्त किए जाने तथा केन्द्र एवं राज्य की सभी योजनाओं से अस्पताल को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जाएगी।

मुख्याजी की कच्छुआ चाल
देश का राजा राम भरोसे हो उसकी प्रजा को किसी महामारी से चिंतित होना पड़ रहा है तो लाजमी है की कही न कहीं भक्ति में खोट है वरना राम नाम की जाप करने वाली प्रजा किसी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं होती इन दिनों बीकानेर के लोग भंयकर रूप से कोरोना की चपेट में है जिले के मुख्या ने आज खुलासा कर बताया की रक्षक ही भझक बनने की दिशा में जाकर कार्य कर रहे है। इसका नमुना जीवन रक्षा हॉस्पिटल का उजागर हुआ मामले से है जीवन रक्षा हॉस्पिटल की एक जांच 20 अप्रेल को हुई जांच करने वालों ने जो बात सामने रखी है वह अति संवेदनशील है परन्तु इस मामले को लेकर की कार्यवाही में पांच दिन का समय लगा यह अपने आप में सोचनीय बिन्दु है। जिस हॉस्पिटल में एक नहीं अनेको अनियमितताएं मिलती है उस मामले का खुलासा पांच दिन बाद दो दिन के नोटिस दिये जाने की जानकारी देता है तो समझ लेना चाहिए किसी प्रकार की कार्यवाही कर निर्णय लेने में कितना समय लग पायेंगा। यह आने वाला समय ही बतायेंगा।