बीकानेर। बीकानेर में कोरोना की स्थिति पूरी तरह से बेकाबू हो गई है। बुधवार सुबह ही 302 नए पॉजिटिव केस आए हैं। जिले में मंगलवार को लिए गए 2578 सेम्पल में यह पॉजिटिव मिले हैं। आज कुल मिलाकर 808 मरीज सामने आएं है। हालात यह है कि डिप्टी सीएमएचओ योगेन्द्र तनेजा और एपिडेमोलोजिस्ट नीलम प्रताप भी कोरोना पॉजिटिव आ गये है। जिससे स्वास्थ्य महकमे में हडकंप सा मच गया है। वहीं राजमाता सुशीला कुमारी भी संक्रमित हो गये है। दरअसल, कोरोना वायरस बीकानेर सहित प्रदेशभर में हर रोज नए आंकड़े को छू रहा है। मंगलवार को पहली बार आठ सौ से अधिक केस आए थे और बुधवार को सारे रिकार्ड ध्वस्त हो गये। उधर, पीबीएम अस्पताल में व्यवस्थायें एक बार फिर हांफने लगी है।
चिकित्सा विभाग की व्यवस्थाएं अब हांफने लगी है। पीबीएम अस्पताल में लगातार बढ़ रहे रोगियों को देखते हुए रेमडेसिवर इंजेक्शन भी अब बहुत सोच समझकर लगाये जा रहे हैं। अस्पताल के पास इन इंजेक्शन की काफी कमी हो गई है। अब तो रोगी को भर्ती करने से पहले भी सोचा जा रहा है। जिस गति से कोरोना पॉजिटिव बढ़ते जा रहे हैं, आने वाले दिनों में किसी बड़े अधिकारी या मंत्री की सिफारिश के बाद भी भर्ती करना संभव नहीं होगा। इतना ही नहीं अभी भर्ती मरीज को सात से आठ दिन तक अस्पताल में रखा जाता है लेकिन जल्द ही फटाफट छुट्टी देने का सिलसिला भी शुरू हो जायेगा।
अभी और बिगड़ सकते हैं हालात
चिकित्सकों की मानें तो बीकानेर में हालात अभी और बिगड़ सकते हैं। हर रोज आठ सौ से हजार के बीच रोगी आने की स्थिति में इनमें सौ रोगी गंभीर होकर अस्पताल में भर्ती हो सकते हैं। ऐसे में मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। इतना ही नहीं बिना इलाज भी मौत हो सकती है, क्योंकि कुछ दिनों में पीबीएम अस्पताल हाथ खड़ा करने वाला है।
बिना जरूरत बाहर न निकले
उधर, जिला कलक्टर नमित मेहता ने एक बार फिर जनता से आग्रह किया है कि वो बिना जरूरत घर से बाहर नहीं निकलें। जो काम घर बैठे हो सकता है, उसके लिए बाहर नहीं जावें। जिन कार्यों को टाला जा सकता है, उन्हें टाल दें। प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहा है।