जयपुर। प्रदेश में बढ़ते कोरोना केसों ने गहलोत सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राजधानी जयपुर में अभी सबसे ज्यादा तेजी से केस मिल रहे हैं। वहीं अस्पतालों पर इलाज करवाने वालाें का लोड भी बढ़ता जा रहा है। ऐसी स्थिति को देखते हुए गहलोत सरकार अब प्रदेश का सबसे बड़ा अस्थायी कोविड केयर सेंटर बनाने की तैयारी में जुट गई। इस सेंटर के लिए आज कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा, कोविड मैनेजमेंट के लिए लगाए गए नोडल ऑफिसर गौरव गोयल ने शहर में दो स्थानों पर दौरा किया। सीतापुरा स्थित जेईसीसी सेंटर और टोंक रोड बीलवा स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन। इसमें सत्संग भवन की जगह ज्यादा ठीक लगी। यहां करीब 500 बेड का सेंटर बनाने के लिए जगह देखी और संभावना है कि जल्द ही यहां काम शुरू करवाया जा सकता है।
7 लाख वर्गफीट एरिया में फैला है सत्संग भवन
बढ़ते कोरोना मरीज और अस्पतालों में बेड की कमी को देखते हुए बीलवा में यह सेंटर बनाना ज्यादा उपयुक्त लग रहा है। यह सेंटर 7 लाख वर्गफुट एरिया में फैला है, जहां 5 हजार बेड लगाकर अस्थाई कोविड केयर सेंटर बनाया जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में 500 बेड लगाकर इसकी शुरुआत की योजना है। इस सेंटर पर खास बात ये है कि यहां पर्याप्त मात्रा में पीने के लिए पानी, शौच आदि के लिए सैंकड़ों टॉयलेट की व्यवस्था पहले से है। इसके अलावा यहां एक मेगा किचन भी है, जहां मरीजों के लिए सुबह, दोपहर और शाम के लिए शुद्ध-ताजा भोजन बनाकर उन्हें खिलाया जा सकता है। इसके अलावा यहां पर्याप्त मात्रा में पंखे व अन्य सुविधाएं भी मौजूद हैं।
ये होंगी व्यवस्थाएं
मौके का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों ने बताया कि परिसर में ऐसे कोरोना संक्रमितों को रखा जाएगा, जो बिना लक्षण या कम लक्षण वाले हैं और जिनके यहां होम आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं या सुविधाएं नहीं हैं। इसके अलावा उन मरीजों को भी यहां रखा जाएगा, जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होगी। हालांकि इस सेंटर पर वैकल्पिक तौर पर ऑक्सीजन वाले बेड की व्यवस्था भी रखी जाएगी। बेड कैसे तैयार किए जाए इसके लिए दिल्ली और इंदौर में बने कोविड सेंटर जानकारी जुटाई जाएगी।