चित्तौड़गढ़ की प्रतापनगर कॉलोनी में शुक्रवार तड़के एक मकान में रसोई गैस सिलेंडर में आग लग गई। इससे हुए धमाके से मकान की छत ढह गई। हादसे में मकान के अंदर सो रहे परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और चार घायल हो गए।
चारों घायलों को उदयपुर के लिए रैफर कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर संवेदना व्यक्त की है। तड़के करीब तीन बजे की यह घटना है। यहां रात्रि में परिवार रसोई का कामकाज निपटा कर सो गया था। तड़के अचानक रसोई से आग की लपटलें निकलीं और वे कमरे तक पहुंच गई।
रसोई में रखे तीन सिलेंडरों में से दो अलग-अलग गैस चूल्हे पर लगे थे और एक अन्य भरा हुआ रखा था। इनमें से एक सिलेंडर की नली से रसोई गैस लीक कर रही थी और उसी से आग पकड़ी। चिंगारी कहां से आई अभी इसकी जांच की जा रही है।
लपटें एकदम तेजी से उठी और रसोई का सामान पूरी तरह जल गया। इस दौरान तक परिवार की नींद नहीं टूटी थी। जब परिवार जागा तब आग कमरे तक फैली और यहां रखे सामान को भी जलाना शुरू कर दिया था। तब तक आग की लपटों से निकली जहरीली गैस से पूरा कमरा भर चुका था और इसी प्रैशर से जोरदार धमाके के साथ कमरे की छत व रसोई की दीवारें ढह गई। कमरा चूुंकि बंद था, इसलिए आग और गेसों का दबाव इतना अधिक था कि यहां प्रैशर तेज हो गया था।
पड़ौसियों ने पहुंचाया अस्पताल
जैसे ही धमाका हुआ, करीब आधा किलोमीटर तक इसकी गूंज सुनाई दी। आसपास के लोग भारी संख्या में यहां इकट्ठा हो गए। उन्होंने तेजी से एक्शन लेते हुए पुलिस व दमकल को फोन किया। दो दमकलें यहां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया।
इसी दौरान एक दमकल व अन्य कारों से घायलों को अस्पताल ले जाया गया। वहां पहुंचे तो पता चला कि तीन की मौत मौके पर ही हो चुकी है, चार गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका प्राथमिक उपचार कर उदयपुर रैफर कर दिया गया।
मरने वालों में परिवार का मुखिया पुरुषोत्तम भांभी पुत्र हीरालाल भांभी उम्र 32 साल, इसकी पत्नी जमना बाई 30 साल और मां सजनी बाई। 76 साल शामिल हैं। पुरुषोत्तम की सैंती में मेडिकल की शॉप है, जो उसने तीन साल पहले ही खोली थी। घायलों में पुरुषोत्तम का बेटा जयदीप उम्र 10 साल, बेटी भूमि उम्र 13 साल, पुरुषोत्तम का छोटा भाई उमेश 31 साल हैं। इनके अलावा इंदौर से 5 दिन पहले पुरुषोत्तम के साढू का बेटा सूरज पुत्र अशोक उम्र 16 साल भी यहां आया हुआ था, वह भी घायल हो गया है।