बीकानेर। देर रात्रि किसी क्षेत्र में लाईट दुरुस्त करने के लिए आनाकानी करना महंगा पड़ गया। लाइट ठीक करने के लिए मना करने से नाराज युवकों ने निगमकर्मी को पिस्तौल की नोक जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गए और लाठी व सरियों से मारपीट की। यह मामला है संभाग के चुरू जिले का। सूचना लगने पर पीडि़त के साथी मौके पर पहुंचे व छुडवाकर लेकर आए व राजकीय डीबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बेरहमी से मारपीट करने पर मुंह, कमर आदि पर निशान बन गए। सूचना लगने पर कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंची। पीडि़त निगमकर्मी लोकेश जांगिड़ ने बताया कि वार्ड 46 में परिवार सहित किराए के मकान में रहता है। दो दिन पहले भांभी बस्ती से दो युवक रात में पहुंचे व लाइट ठीक करने के लिए कहा गया, लेकिन रात ज्यादा होने से उसने साथ चलने में असमर्थता व्यक्त की। पीडि़त ने बताया कि अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे बाइक सवार होकर कलक्ट्रेट की तरफ मीटर रीडिंग लेने के लिए जा रहा था। इस दौरान दो युवकों ने उसे बाइक आगे लगाकर रोक दिया और लाइट नहीं सुधारने का उलाहना देते हुए जबरन अपनी बाइक पर बिठा लिया। पीडि़त ने बताया कि दोनों युवक उसे बस्ती में ले गए, जहां अद्र्धनग्न अवस्था में उससे मारपीट करना शुरू कर दिया। पीडि़त ने बताया कि बस्ती के लोगों ने उसे चारों तरफ से घेरकर लाठी व सरियों से मारपीट की। इस दौरान कुछ लोग चिल्ला रहे थे कि मुकेश, संदीप अच्छी तरह से पिटाई करना।
साथी कर्मचारी पहुंचे
पीडि़त ने बताया कि दिनदहाड़े युवकों के लोकेश को इस प्रकार जबरन बाइक पर बैठाकर ले जाने की जानकारी लगने पर साथी निगमकर्मी मौके पर पहुंचे। पीडि़त की मां भी बदहवास हालत में पहुंची तो बस्ती के लोगों ने अभद्रता की। पीडि़त की मां ने बताया कि बेटा अद्र्धनग्न अवस्था में नाली में पड़ा हुआ था, चारों तरफ से लोग घेर हुए थे। बड़ी मुश्किल से उसे वहां से लेकर पहुंचे व अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीडि़त ने बताया कि पिता की मौत के बाद अनुक पा नियुक्ति पर लगा था।