जयपुर,
मंगलवार रात से लेकर आज सवेरे तक मौत का ऐसा तांडव मचा कि तीन जिलों में कई लोगों की जान चली गई। बांसवाड़ा, नागौर और कोटा में 11 लोगों की मौत हो गई। नागौर और टोंक में तो सड़क हादसे हुए लेकिन बांसवाड़ा में तो पिता ने ही बच्चों को मौत की नींद सुला दिया। उसके बाद खुद की भी जान ले ली। आज सवेरे इस हत्याकांड के बारे में जब गांव में खबर फैली तो सुनने वालों की रुह कांप गई। इन हत्याओं और हादसों के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई की।
चैन की नींद सो रहे थे बच्चे, पिता ने मौत की नींद सुला दिया, खुद भी जान दी
बांसवाड़ा जिले मे ंरहने वाले दो से आठ साल के चार बच्चे बीती रात चैन की नींद सो रहे थे। लेकिन पिता को कुछ और ही मंजूर था। पिता ने चारों की चैन की नींद को मौत की नींद मंे बदल दिया। चारों की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके बाद खुद भी फंदे से लटककर जान दे दी। घटना कुशलगढ़ थाना इलाके की है। पुलिस ने बताया कि लोहारिया ग्राम पंचायत के डुंगलापानी गांव का यह मामला है। बच्चों के पिता बाबू कलारा ने अपने चार बच्चों राकेश, मांगिया, विक्रम और गणेश की हत्या की और उसके बाद खुद फंदे से लटककर जान दे दी। आसपास के रहने वाले लोगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बताया कि बाबू कलारा शराब पीने का आदी था और शराब पीने के बाद पत्नी और बच्चों से मारपीट करता था। काम पर नहीं जाने के कारण कई बार घर में खाना तक नहीं बन पाता था। इसी बत को लेकर पत्नी अनिता से बाबू का विवाद होता था। दस दिन पहले मजदूरी की तलाश में अनिता गुजरात चली गई थी। पत्नी के जाने के बाद पिता ने देर रात इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि अनिता के पिता की मौत हो गई थी और उसकी मां भी उसके साथ ही रहती थी।
नींद के झोंके ने ली चार की जान, नागौर मंे सड़क हादसा
नागौर में बीती रात सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। खींवसर थाना क्षेत्र में यह हादसा हुआ। पुलिस ने बताया कि नागौर के मुकाम स्थित धार्मिक स्थल पर जाने के लिए एक पिकअप में कई महिलाएं और पुरुष सवार थे। देर रात पिकअप खींवसर थाना इलाके से होकर गुजर रही थीं। इस दौरान पिकअप चालक को नींद की झपकी आने के कारण पिकअप बेकाबू हो गई। उसके बाद सड़क से उतरकर पिकअप पास ही स्थित एक तालाब में पलट गई। मौके पर ही दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य ने अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे में दो महिलाओं और दो पुरुषों ने दम तोड़ दिया। चार अन्य हादसे मंे घायल हैं। पुलिस ने बताया कि सभी लोग सांचैर क्षेत्र के चितलवाणा गांव के थे और मुकाम जा रहे थे। पिकअप मे महिलाएं और पुरुषों समेत बारह लोग सवार थे।
टोंक में तीन लोगों को ट्रैक्टर ने कुचला, दो की मौत एक गंभीर
उधर टोंक के कोतवाली इलाके में जिंसी रोड पर भी आज सवेरे सउ़क हादसा हुआ। हादसे में दो बच्चोें की मौत हो गई और उनका चाचा गंभीर घयल हो गयां हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक वहां से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि पास ही रहने वाला जितेश कुमार पांच साल के बच्चे यक्षित और बारह साल की बच्ची साक्षी को स्कूल छोड़ने के लिए बाइक से जा रहा था। इसी दौरान बालू रेत से भरे ट्रैक्टर ने उनको टक्कर मार दी। यक्षित और साक्षी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। चाचा जितेश को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया हैं स्थानीय लोगों में हादसे के बाद आक्रोश है। उनका कहना है कि इसी सड़क पर बड़े प्रशासनिक अधिकारियों के बंगले हैं लेकिन उसके बाद भी यहां से बडे वाहन तेजी से गुजरते हैं। इससे पहले भी कई बार हादसे हो चुके हैं।