देवेन्द्रवाणी न्यूज, बीकानेर। राजस्थान में जन आन्दोलनों में सबसे अधिक प्रभावशाली रहने वाला बीकानेर समय के साथ अपनी पहंचान को खौ रहा है एक समय राजस्थान के सस्कत मुख्यमंत्री स्व. मोहनलाल सुखाड़िया को बीकानेर के जन आन्दोलनों पर सस्कत रहना पड़ता था। उस जमाने में बीकानेर के आन्दोलन का मसीहा स्व.मुरलीधर व्यास हुवा करते थे। इस क्रम को राजस्थान के मजदूर हितेशी लोकप्रिय नेता स्व. गोकुल प्रसाद पुरोहित सदी के नेताओं ने जनहित के आन्दोलनों को पूरा राज्य में पहंचान बनाते हुए बीकानेर को जन आन्दोलनों वाला शहर की पहंचान करवाई ये दोनों नेता बीकानेर के विधायक रहे है। इसी क्रम को अच्छुर्णिय रखने का कार्य कोलायत के पूर्व विधायक आर के दास गुप्ता ने किया। पर अब उम्र के तगाजे में उन्हें कमजोर कर दिया है इसी का परिणाम है देश में चल रहे किसान आन्दोलन की गरमाहट करने में आन्दोलन से जुड़े नेताओं को एडी से छोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। बीकानेर हर जन आन्दोलन में सक्रिय रहा उसमें बीकानेर बार रूम भी अपना दमखम दिखाती रही है। परन्तु आज हो रहे किसान आन्दोलन को सैकड़ों वकिलों ने अपना समर्थन दिया साथ ही कलक्टर पर धरना भी लगाया परन्तु बाॅर एसोसियेशन ने अब तक इस आन्दोलन के समर्थन में कोई रूचि नहीं दिखाई इसको लेकर बीकानेर के वकिलों में कई तरह की भ्रातियां बनी है जो बीकानेर की परमपरा के लिए अच्छा नहीं है। संयुक्त जनकिसान आन्दोलन के बैनर तले हुए आज के धरने की अध्यक्षता वरिष्ठ अभिभाशक सतपाल साहु ने कि जो किसान वर्ग से ही आते है इस धरने की सफलता के लिए एडवोकेट सुरेन्द्र पाल शर्मा, भागीरथ मान, जगदीश शर्मा, बजरंग छींपा, रामगोपाल बिश्नाई, किसन सांखला, कुलदीप शर्मा, ओम भादाणी, सुन्दर बेनीवाल, सुशील सुथार, बसन्त व्यास, पारसनाथ सिद्ध, रवि भाटी सहित सैंकड़ों अधिवक्ताओं ने धरने में उपस्थित रहकर आन्दोलन को मजबूत से चलाने में सहयोग देने का विश्वास दिलाया। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े महेश जोशी सहित कांग्रेस के पार्षद आनन्द सोढा, रमजान कच्छावा, सुभाष स्वामी, आदर्श शर्मा सरीके लोगों ने धरने में उपस्थित दर्ज करवाई।