‘स्व. खुशालचंद रंगा स्मृति खेल पत्रकारिता पुरस्कार’ मनोज व्यास को अर्पित

बीकानेर। सखा संगम की ओर से गुरुवार को जेएनवी काॅलोनी स्थित जीजी-बाबूजी निकुंज में ‘स्व. खुशालचंद रंगा स्मृति खेल पत्रकारिता पुरस्कार’ मनोज व्यास को अर्पित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कांग्रेस नेता हीरालाल हर्ष ने की। उन्होंने कहा कि दशकों पूर्व खेल लेखन की मशाल जलाने वाले रंगा की स्मृति में प्रतिवर्ष खेल लेखक को पुरस्कार देना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने आज के दौर में खेल लेखन की चुनौतियों पर प्रकाश डाला और कहा कि खेल लेखन के क्षेत्र में बीकानेर का अविस्मरणीय योगदान रहा है। मुख्य अतिथि के रूप में जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक हरि शंकर आचार्य मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि स्व. रंगा ने ‘क्रींडाचल’ पत्रिका के माध्यम से खेल लेखन की सशक्त पैरवी की। एक दौर था जब बीकानेर को खेल लेखन की राजधानी माना जाने लगा। उन्होंने खेल लेखन को एक महत्वपूर्ण विधा बताया। सखा संगम के अध्यक्ष एनडी रंगा ने स्व. खुशालचंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा लगातार चौथे वर्ष खेल लेखक को यह पुरस्कार अर्पित किया गया है। चंद्रशेखर जोशी ने ‘एक संध्या सखा सागर में’ की कविता का वाचन कर रंगा को शब्दांजलि अर्पित की। खेल लेखक आत्मा राम भाटी ने बताया कि मनोज व्यास पिछले तीन दशकों से खेल लेखन के क्षेत्र में सक्रिय है। मनीष जोशी ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान खेल लेखक संघ आज भी खेल लेखन को प्रोत्साहित कर रहा है। इस दौरान मनोज व्यास को ‘स्व. खुशाल चंद रंगा स्मृति पुरस्कार के तहत शाॅल, साफा, श्रीफल, माला और अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। शशांक जोशी ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि स्व. खुशालचंद रंगा ने जिला क्रीड़ा परिषद के सचिव के रूप में उल्लेखनीय सेवाएं दी। वह सदैव खेलों के प्रोत्साहन के पक्षधर रहे। इस दौरान नगर विकास न्यास के पूर्व न्यासी खूमराज पंवार, नागेश्वर जोशी, बृज गोपाल जोशी ने भी विचार रखे। राजाराम स्वर्णकार ने आभार जताया।