नागौर,
कोतवाली थाना इलाके के हाउसिंग बोर्ड से तड़के 3 बजे चोरी हुई स्कॉर्पियों से भागे चोर पुलिस की नाकेबंदी देख हड़बड़ाहट में उसी वाहन से दोपहर 2 बजे बाड़मेर के सिंदरी थाना इलाके के मेगा हाइवे पर पायला कला के पास ट्रेलर से जा भिड़े। हादसा इतना भीषण था कि स्कॉर्पियों पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन आरोपी पुलिस की धरपकड़ से बचने के लिए चोट की परवा किए बगैर पीछे से आ रही अपनी ही इनोवा से रफूचक्कर हो गए, जिनका शाम तक सुराग नहीं लगा। वारदात की सूचना पर बाड़मेर के सिंदरी थाने की पुलिस पहुंची, लेकिन हादसे में घायल आरोपियों का सुराग नहीं लगा।
बाड़मेर पुलिस ने आरेापियों को हॉस्पिटल एवं अन्य जगहों पर तलाश किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। हादसा उस समय हुआ जब स्कॉर्पियों सवार चोर गुड़ामालानी की तरफ भाग रहे थे। इनके आग एक ट्रेलर था। चोरों का वाहन तेज गति में था और उनसे वाहन संभला नहीं और आगे चल रहे ट्रेलर में पीछे से टक्कर मारी। इससे वाहन क्षतिग्रस्त हुआ तो चोर स्कॉर्पियों को वहीं छोड़कर फरार हो गए।
चार चोरों ने तीन बजे सिर्फ साढ़े पांच मिनट में लॉक तोड़ चुरा ली स्कॉर्पियो
हाउसिंग बोर्ड निवासी नरेन्द्र सांखला पुत्र शिवराज सांखला ने बताया कि हर दिन वे अपनी गाड़ी को गैरेज में रखकर सोते हैं, लेकिन शाम को बच्चे लेकर गए थे तो उन्होंने स्कॉर्पियों को घर के बाहर ही खड़ा कर दिया। सुबह 7 बजे जब वे दूध लेने गए तो गाड़ी घर के बाहर नहीं थी। उन्होंने सोचा कि सुबह बच्चे खेलने जाते हैं तो संभवत ले गए होंगे। जब उन्होंने चाय पी और स्कॉर्पियों की चाबी को वहीं पड़ा देखा तो होश उड़ गए।
चोरी का अंदेशा हुआ तो पास वाले घर में सीसीटीवी फुटेज देखे तो असलीयत सामने आई। वारदात 3 तीन बजे की थी। एक इनोवा कार से तीन आरोपी नीचे उतरे। उन्होंने स्कॉर्पियों का लॉक तोड़ा। इसके बाद बोनट खोलकर उसमें से कुछ तार काटे और वाहन को चालू कर रफूचक्कर हो गए। उन्होंने बताया कि आरोपी इतने शातिर थे कि साढ़े 5 मिनट में ही स्कॉर्पियों का लॉक तोड़कर और उसको चालू कर फरार हो गए।
आरोपी 2:59 पर इनोवा से पहुंचे और 3 बजकर 4 मिनट और 35 सेकेण्ड पर फरार हो गए। इस वारदात की सूचना थाना पुलिस को दी गई। इसके बाद प्रदेशभर में नाकेबंदी हुई तो आरोपियों के वाहन के बाड़मेर में क्षतिग्रस्त होने की सूचना आई।
नंबर प्लेट भी बदली
वारदात के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने नियंत्रण कक्ष के मार्फत प्रदेशभर में नाकेबंदी करवाई। आरोपियों ने पुलिस की नाकेबंदी से बचने एवं वाहन की पहचान नहीं हो इसके लिए वाहन की नंबर प्लेट्स भी बदली। क्षतिग्रस्त वाहन पर अंकित नंबर फर्जी निकले। इसके बाद असली नंबरों की पहचान कर सूचना नागौर पुलिस को दी।
नाकेबंदी को धत्ता बताते हुए निकल गए चोर
पुलिस सूत्रों केे अनुुसार उक्त वारदात की सूचना तड़के ही पुलिस तक पहुंच गई थी। इसके बाद भी तमाम थाना इलाकों की नाकेबंदी एवं पुलिस गश्त को धत्ता बताते हुए चोर बड़ी आसानी से स्क्ॉर्पियों को लेकर फरार हो गए। बताया गया कि इलाके में भी पुलिस गश्त थी।