
देवेंद्र वाणी न्यूज़, श्रीगंगानगर । शहर में राधा स्वामी डेरे के पास पदमपुर बाईपास पर स्कूटी सवार एक राहगीर नाबालिग को रोककर उसके परिचित की मौजूदगी में तीन युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया और उसके परिचित को डरा धमकाकर पांच हजार रुपए ऑनलाइन डलवा लिए। इसके बाद दोनों को भेज दिया और खुद फरार हो गए। इस घटना की सूचना जैसे ही थाने में पहुंची तो पुलिस ने एफआईआर करके एक घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को बापर्दा गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर को एक नाबालिग ने अपने परिजनों के साथ महिला थाने में आकर रिपोर्ट दी कि 9 दिसंबर की शाम साढ़े छह बजे मैं अपने परिचित के साथ स्कूटी पर निकली थी। शाम करीब सात बजे राधा स्वामी डेरे के पास पदमपुर बाईपास पहुंचकर वापस मुड़े तो पास के खेत से एक युवक निकलकर आया।
उसने स्कूटी की चाबी निकाल ली और डरा धमकाकर रुपए मांगने लगा। इसी दौरान वहां से दो युवक और आ गए। तीनों युवक उनको डराने, धमकाने लगे। नाबालिग को जबरन खेत में ले गए। जहां तीनों ने उससे बारी-बारी सामूहिक बलात्कार किया। परिचत को सडक़ पर ही खड़ा रखा। परिचत से पांच हजार रुपए ऑनलाइन खाते में डलवा लिए। यह घटना किसी बताने पर जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया।
राहगीर नाबालिग से सामूहिक बलात्कार व लूटपाट की वारदात की सूचना पर अधिकारियों में हडक़ंप मच गया। एडीशनल एसपी, सीओ सिटी, कोतवाली, पुरानी आबादी थाना प्रभारी महिला थाने पहुंच गए। जहां तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर नाबालिग के परिचित से भी जानकारी ली। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीओ सिटी इस्माइल खान के नेतृत्व में चार टीमों को गठन किया गया।
जिसमें कोतवाली थाना प्रभारी गजेन्द्र सिंह जोधा, पुरानी आबादी थाना प्रभारी रणजीत सिंह सेवदा को शामिल किया गया। चार टीमों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद चार जनों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल मुआयना कराया। पूछताछ के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में जांच करते हुए एएसपी सहीराम बिश्नोई, सीओ, थाना प्रभारियों व एफएसएल टीम ने मौका मुआयना किया और वहां से सबूत जुटाए। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
ऐसे धरे गए तीनों आरोपी थाने पर परिवाद आते ही पुलिस अधिकारियों ने पीडि़ता व उसके परिचत से मामले की पूरी जानकारी ली और बारिकी से पड़ताल की। ऐसे में तीनों अज्ञात आरोपियों की पहचान करना मुश्किल कार्य था। लेकिन पुलिस को आरोपियों की ओर से ऑनलाइन ट्रांजक्शन से सुराग मिल गया।
पुलिस ने जिसके खाते में राशि गई थी, उसको कुछ ही मिनटों में धरदबोचा। एक से पूछताछ के बाद दूसरे व फिर तीसरे आरोपी तक टीमों ने एक साथ पहुंच बनाई और उनको दबोच लिया गया। पुलिस की ओर से एक घंटे चले इस धरपकड़ ऑपरेशन की ज्यादा पुलिसकर्मियों को जानकारी नहीं दी। ऐसे में बात लीक होने पर आरोपियों के फरार होने का खतरा बना हुआ था।
लंबे समय बाद दिखा पुलिस का तत्काल एक्शन पुलिस चाहे तो चंद मिनटों में अनुसंधान कर पीडि़त को न्याय दिला सकती है। इस प्रकरण में भी ऐसा देखने को मिला है। लंबे समय बाद इलाके में पुलिस ने बलात्कार की पीडि़ता के मामले में तत्काल न केवल एक्शन लिया बल्कि आरोपियों को भी काबू में कर लिया। कुछ अरसे पहले सादुलशहर में एक बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद उसकी हत्या का मामला सामने आया तो पुलिस ने तत्परता से एक्शन लिया था।
पदमपुर बाईपास पर होती हैं वारदात शहर में पदमपुर बाईपास वारदातों का स्थल बन गया है। यहां आएदिन छीना झपटी और लूट जैसी वारदात हो जाती है। यह इलाका सूना होने के कारण यहां वारदात करने वाले बदमाशों को देखने व रोकने वाला नहीं होता है। ऐसे में वे वारदात कर निकल जाते हैं। लोगों की माने से इस इलाके में पुलिस को सख्ती करनी होगी। जिससे वारदात पर रोक लगाई जा सके