देवेंद्रवाणी न्यूज़, बीकानेर। एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए तो उनकी पार्टी समर्थन वापस ले सकती है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक होगी, जिसमें एनडीए को समर्थन देेने पर पुनर्विचार किया जाएगा।
बेनीवाल ने मंगलवार को किसान संगठनों के भारत बंद का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी तीनों केंद्रीय कानूनों का वे विरोध करते हैं। केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने के साथ ही स्वामिनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करनी चाहिए। एक बातचीत में बेनीवाल ने कहा, तीनों कृषि कानूनों के विरोध और एनडीए के समर्थन के दोहरे चरीत्र के मुद्दे पर बेनीवाल ने कहा कि किसान और जवान के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। प्रदेश के भाजपा नेताओं द्वारा बेनीवाल को लेकर दिए गए बयान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मैने राजस्थान भाजपा के नेताओं के कहने पर नहीं बल्कि केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत कर समझौता किया है।
केंद्रीय नेताओं के कहने पर एनडीए को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के जो नेता नागौर संसदीय सीट से मेरे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं,उन्हे यह समझना होगा कि मेरे कारण ही भाजपा ने प्रदेश की सभी 25 सीटें जीती है । 16 सीटों पर मैने भाजपा प्रत्याशियों का प्रचार किया था, तब जाकर वे चुनाव जीते हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर बेनीवाल लगातार हमला करते रहे हैं। वे वसुंधरा राजे के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयानबाजी कर रहे हैं । बेनीवाल ने वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मिलीभगत का आरोप भी लगाया है। इस पर वसुंधरा राजे के समर्थकों ने उन्हें सांसद पद से इस्तीफा देकर फिर चुनाव लड़ने की बात कही। बेनीवाल ने कहा कि वे वसुंधरा राजे का विरोध हमेशा करते रहेंगे।