पहले फेज में मिल सकती है एक लाख कोरोना वैक्सीन, जानें कैसी है तैयारी

कोरोना महामारी के इस भीषण दौर में सभी को कोरोना वैक्सीन के आने का इंतजार है। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी के तीन वैक्सीन निर्माता कंपनियों के प्लांट का दौरा करने के बाद अब कोरोना वैक्सीन जल्द आने की उम्मीद और बढ़ गई है।

इसके अलावा कोरोना वैक्सीन आने की बाद की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। यदि नए साल में कोरोना वैक्सीन आती है तो सबसे पहले हेल्थवर्कर्स और डॉक्टर्स की टीम को लगाई जाएगी।  जोधपुर में 15 से 20 हजार हेल्थ वर्कर्स और डॉक्टर्स को यह वैक्सीन सबसे पहले लगाई जाए। इसके बाद 50 हजार बुजुर्गों को ये टीका लगाया जाएगा।

जोधपुर में एक लाख से ज्यादा वैक्सीन पहले फेज में मिलने की उम्मीद है। वैक्सीन लगाने का पूरा फेज व तैयारी का ड्राफ्ट तैयार हो गया है। यहां वैक्सीन के स्टोरेज, वितरण को लेकर कलेक्टर इंद्रजीतसिंह ने जिला टास्क फोर्स की बैठक ली। कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर पूरी प्लानिंग तैयार कर ली गई है।

वैक्सीन के लिए जिला टास्क फोर्स बनी
वैक्सीन लाने की तैयारियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी सीएम की वीसी ली। इसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने तैयारियां शुरू करवाई। केंद्र से केबिनेट सचिव भी लगातार वीसी से तैयारियां शुरू करवा चुके हैं। इसके लिए राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्टेट स्टीयरिंग कमेटी गठित की गई है।

इसमें 11 सचिव स्तर के आईएएस अफसरों को सदस्य बनाया गया है। दूसरी स्टेट टास्क फोर्स बनाई गई है, जिसके अध्यक्ष मेडिकल व हेल्थ सचिव होंगे। इसमें नौ सदस्य शामिल किए गए हैं।  ये फोर्स पूरे प्रदेश में वैक्सीन वितरण का क्रियान्वयन व मॉनिटरिंग करेंगी। जोधपुर जिला टास्क फोर्स के अध्यक्ष कलेक्टर होंगे। इसके अलावा एसपी, सीईओ जिला परिषद, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल, एसई डिस्कॉम, आरटीओ, उप निदेशक महिला एवं बाल कल्याण विभाग, सीएमएचओ व आरसीएचओ सदस्य सचिव होंगे। ये फोर्स पूरे जिले में वैक्सीन का मैनेजमेंट करेगी।

टीकाकरण के लिए डाक्टर्स-स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी

कलेक्टर ने वैक्सीन की पूर्व तैयारियों को लेकर ‌व्यवस्थाओं पर चर्चा की‌। ‌वैक्सीन के स्टोरेज के संबंध में डीप फ्रिज के बारे में भी चर्चा की गई। टीकाकरण के लिए चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को समय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। गाइडलाइन के अनुसार प्रत्येक बूथ पर 7 कार्मिकों को लगाया जाएगा। इनमें दो कार्मिक व्यवस्था बनाए रखेंगे। प्रशिक्षित कार्मिक टीकाकरण का कार्य करेंगे। वहीं पर डाटा भी संरक्षित किया जाएगा।

कोविड-19 टीकाकरण का डाटा तैयार करने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटरों को अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिले में अभी 125 शीत श्रृंखला केंद्र हैं, जहां कोविड-19 वैक्सीन का स्टोरेज किया जा सकेगा।  सबसे पहल फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्य विभाग व कोविड प्रबंधन में फ्रंटलाइन कोरोना वॅारियर्स व इसके बाद अन्य विभागों, नागरिकों को टीकाकरण सरकार के निर्देशानुसार किया जाएगा।

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