‘हारेगा कोरोना, जीतेगा बीकाणा’ अभियान

स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

बीकानेर। ‘हारेगा कोरोना, जीतेगा बीकाणा’ अभियान के तहत बुधवार को स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में नगर निगम की ओर से मास्क वितरण एवं जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में जागरुकता ही बचाव है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क रहना जरूरी है। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में सतत प्रयास किए जा रहे हैं। इससे आमजन में चेतना आई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय भी इसे लेकर सतर्क है। विश्वविद्यालय द्वारा ‘नो मास्क, नो एंट्री’ को प्रभावी तरीके से लागू किया गया है तथा किसी भी व्यक्ति को बिना मास्क विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाता। सभी शिक्षकों के लिए एहतियातन ‘वर्क फाॅर्म होम’ की व्यवस्था लागू की गई है। वहीं सभी इकाईयों में भी कोरोना एडवाइजरी की पूर्ण पालना सुनिश्चित की जाती है। उन्होंने कहा कि सामूहिक एवं सतत प्रयासों से ही कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ी जा सकेगी।
नगर निगम आयुक्त पंकज शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में पिछले महीने कोरोना के विरूद्ध जनांदोलन की शुरूआत हुई। जिला कलक्टर की पहल पर 16 अक्टूबर से ‘हारेगा कोरेाना, जीतेगा बीकाणा’ अभियान शुरू किया गया। इस दौरान प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जिससे आमजन में जागरुकता आ सके। उन्होंने कहा कि अभियान से अनेक संस्थाएं जुड़ी और इसे घर-घर तक पहुंचाया गया। इसी श्रृंखला में स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
अभियान समन्वयक राजेन्द्र जोशी ने कहा कि कोरोना के विरूद्ध जागरुकता का अभियान अब जन-जन का अभियान बन चुका है। सतत प्रयासों से आमजन में जागरुकता आई है, लेकिन हमें इस ऊर्जा को बनाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अनिवार्य रूप से मास्क लगाने, सोशल डिसटेंसिंग रखने तथा बार-बार हाथ धोने का संकल्प लें। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर द्वारा पूरे अभियान की नियमित समीक्षा की जा रही है। बीकानेर जल्दी ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हो, इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को जागरुक रहते हुए पहल करनी होगी।
विशेषाधिकारी इंजी. विपिन लढ्ढा ने आभार जताया। उन्होंने अब तक विश्वविद्यालय द्वारा कोरोना जागरुकता के लिए की गई गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. एस. के. शर्मा, गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. विमला डुंकवाल, अनसुंधान निदेशक डाॅ. पी. एस. शेखावत, आईएबीएम निदेशक डाॅ. मधु शर्मा आदि मौजूद रहे।