बीकानेर। कोरोना जंग को जीतने के लिये जिला व पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी जी जान से जुटे हुए है। लेकिन उनके इन प्रयासों पर पुलिस व होमगार्ड के जवान पानी फेर रहे है। जिसके चलते आमजन में उनकी छवि धूमिल हो रही है। आएं दिन पुलिस के जवानों द्वारा कफ्र्यू गस्त इलाकों में आमजन के साथ साथ राज्य कर्मचारियों व सफाई कर्मियों के साथ बदसूलकी करते नहीं थक रहे है। यहीं नहीं मीडियाकर्मियों से भी उलझने और उन्हें सबक सीखाने तक की गीदड़ धमकियां दे रहे है। ऐसा लगता है जिन जवानों,होमगार्डों व महिला कास्टेबलों की ड्यूटियां लगाई गई है या तो वे सरक ारी आदेशों से अनभिज्ञ है या वे जानबूझकर अपनी वर्दी की धोंस को दिखाने को आमदा। ऐसे संकट क ी घड़ी में प्रशासन व पुलिस का सहयोग कर रही जनता में उनकी छवि पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है।
सफाईकर्मी से मारपीट की शिकायत
लॉकडाउन की अनुपालना को तैनात पुलिस के जवान अपने मूल काम को छोड़ आमजन को डंडे की भाषा से सरकारी एडवाजरी लागू करने की कोशिश कर रहे है। जबकि ऐसा नहीं है कि जनता उनकी बात को नहीं मान रही। जो मान रहे है उन पर भी पुलिस जवानों की सख्ताई दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इसका एक मामला शनिवार को फिर सामने आया। गंगाशहर क्षेत्र में सफाईकर्मी के साथ मारपीट को लेकर महापौर सुशीला कंवर ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर इस ओर ध्यान आकर्पित क रवाया है। राजस्थान सहायक कर्मचारी संघ के निगम उपशाखा के अध्यक्ष राकेश बोहरा ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि एक ओर तो कर्मचारी प्रशासन का हर सहयोग कर रहे है। ऐसे में पुलिस के जवानों का यह बर्ताव अशोभनीय है।
मीडियाकर्मियों से भी उलझते है जवान
मंजर ये है कि राज्य सरकार की ओर से मीडियाकर्मियों को कवरेज के लिये रोक टोक नहीं करने के दिशा निर्देश जारी कर रखे है। उसके बावजूद भी पुलिस के जवान,ट्रेफिक महिला कास्टेबल व होमगार्ड के जवान मीडियाकर्मियों से बेवजह उलझते है और उन्हें सीखाने की नसीहत तक देते है। जबकि मीडियाकर्मियों द्वारा अपना कार्ड भी दिखाया जाता है। फिर भी जवान द्वारा उलझना आदत सी पड़ गई है।
कफ्र्यू क्षेत्र के लिए विभिन्न रंगों के पास
गौर करने वाली बात तो ये है कि अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (नगर) सुनीता चौधरी ने कोरोना वायसर संक्रमण के मद्देनजर लगाए गए कफ्र्यू के क्षेत्र में विभिन्न रंगों के पास जारी किए है। इस संबंध में उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक को जानकारी भी दी हैं।आदेशानुसार गुलाबी रंग का पास राजकीय अधिकारियों, कर्मचारियों हेतु निवास स्थान से कार्य स्थल तक आवागमन हेतु ड्यूटी पास, हरा रंग का पास खाद्य सामग्री वितरण व डोर-टू डोर सामान, दवाई वितरण में प्रयुक्त होने वाले वाहनों के लिए, पीला रंग का पास केन्द्रीय व राज्य सरकार के उपक्रम व विभागों द्वारा आवश्यक सेवाओं में प्रयुक्त होने वाले वाहनों के लिए तथा सफेद रंग का पास समस्त गैर कफ्र्यू क्षेत्र के लिए जारी किए गए है।