जयपुर। जयपुर के एक सरकारी अस्पताल से कोरोना वक्सीन की 320 डोज गायब हो गई। राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की डोज गायब होने का यह पहला मामला है। जयपुर के हरिबख्श कांवटियां अस्पताल से सोमवार देर शाम को ये डोज गायब हुई है। गायब होने वाली को-वैक्सीन बुधवार को लगाई जानी थी। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हर्षवर्धन ने इस मामले में शास्त्री नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। उन्होंने अस्पताल के प्रमुख चिकित्सकों की एक जांच कमेटी भी गठित की है। वहीं, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी को जांच के निर्देश दिए हैं।

जानकारी के अनुसार, गायब हुई 320 डोज की कीमत करीब 48 हजार रुपये है। सरकार प्राइवेट अस्पतलों को 150 रुपये में प्रति डोज देती है। ये अस्पताल सरकार की अनुमति से 100 रुपये रजिस्ट्रेशन व नर्सिंग चार्ज सहित अन्य शुल्क लेते हैं। इस तरह प्राइवेट अस्पताल एक व्यक्ति को 250 रुपये में वैक्सीन लगाते है। प्रत्येक डोज 150 रुपये की मानी जाए तो भी यह 48 हजार रुपये की हुई। अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस को दी गई सूचना के अनुसार 320 डोज कागज के कार्टून में रखी हुई थी। कार्टून नर्सिंग अधीक्षक के कमरे के पास सोमवार शाम को रखा गया था। कुछ देर पहले ही चिकित्सा निदेशालय की तरफ से यहां आया था। संभव है कि स्टाफकर्मी कार्टून अंदर रखना भूल गए हों और बाद में इसे किसी ने गायब कर दिया। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि डोज गायब करने वाला कोई अस्पताल का कार्मिक ही है या फिर बाहर का व्यक्ति है। जयपुर के पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अस्पताल भेजकर यह जांचने के लिए कहा है कि डोज का गायब होना अस्पताल के कार्मिकों की लापरवाही है या मिलीभगत। अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन जहां डोज रखी गई थी वहां का कैमरा काम नहीं कर रहा था। अन्य कैमरों की रिकॉर्डिंग निकलवा कर जांच की जा रही है।