जयपुर। राजस्थान में पिछले लंबे समय से कार्यवाहक कुलपति के भरोसे चल रही यूनिवर्सिटी को जल्द ही स्थाई कुलपति मिलेंगे। यह दावा किया है प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने। जिन्होंने कहा कि कुलपति चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिसे जल्द ही मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद घोषित कर दिया जाएगा। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग में तबादलों को लेकर वायरल ऑडियो पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि मैंने ऑडियो नहीं सुना है। लेकिन अगर यह ऑडियो सही साबित हुआ। तो इसके दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जल्द होगी स्थाई कुलपति की नियुक्ति
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि कुलपति का पद खाली होने के बाद एक प्रक्रिया के तहत पद भरा जाता है। पहले बॉम की मीटिंग होती है। उसके बाद सरकार, राज्यपाल और यूजीसी द्वारा मनोनीत सदस्यों की कमेटी द्वारा नाम तय कर कुलाधिपति को सौंपा जाता है। जिसके बाद मुख्यमंत्री से चर्चा होने के बाद ही नाम पर मुहर लगती है। ऐसे में प्रदेश की यूनिवर्सिटी में भी कुलपति चयन की प्रक्रिया जारी है। जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जायगा।
दरअसल, प्रदेश में फि़लहाल एमडीएसयू समेत राजस्थान की 3 स्टेट यूनिवर्सिटी में स्थाई कुलपति नहीं है। जिनमे यूनिवर्सिटी में अजमेर की एमडीएस यूनिवर्सिटी, स्किल्स यूनिवर्सिटी जयपुर और स्पोटर्स यूनिवर्सिटी झुंझुनूं शामिल हैं। लम्बा समय बीत जाने के बावजूद इन यूनिवर्सिटी को स्थाई कुलपति का इंतजार है।
वायरल ऑडियो की होगी जांच
उच्च शिक्षा विभाग में होने वाले तबादलों में भ्रष्टाचार को लेकर वायरल हो रहे ऑडियो पर भी मंत्री भाटी ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि ऑडियो की जानकारी मेरी संज्ञान में आई है। लेकिन अभी तक इस ऑडियो को मैंने सुना नहीं है। ऐसे में इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन में ये यकीन दिलाता हूँ की उच्च शिक्षा विभाग में तबादले पूरी पारदर्शिता के साथ हुए हैं। विभाग में करीब 500 से 800 तबादले किए गए हैं। जिनमे से ज्यादातर खाली पदों पर ट्रांसफर किए हैं। उन्होंने कहा की जनप्रतिनिधियों की मांग पर उनके क्षेत्रों में खाली पड़े पदों पर भी तबादले किए गए हैं। ऐसे में ऑडियो में जिस कर्मचारी का नाम लिया जा रहा है। उसका तबादला प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए पहले ऑडियो की सत्यता को जांचा जाएगा और उसके बाद अगर इस ऑडियो की पुष्टि होती है। तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लापरवाह बीएड कॉलेज पर होगी कार्रवाई
इस दौरान प्रदेश में बीएड कॉलेजों की अनियमिताओं पर भी उच्च शिक्षा मंत्री ने लापरवाह कॉलेज के खिलाफ करवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि एनसीईटीकी ओर से कॉलेजों का मान्यता दी जाती है। जिसकी समय-समय पर राज्य सरकार एनओसी की जांच भी करती है। इस दौरान अगर कोई शिकायत मिलती है। तो उसकी जांच की जाती है। जिसमे गड़बड़ी पर तुरंत एक्शन भी लिया जाता है। ऐसे में प्रदेश के सरकार द्वारा लगातार शिकायतों के आधार पर बीएड कॉलेजों जी जांच की जा रही है।