जयपुर। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बाद अब गुजरात के कांग्रेस विधायकों का राजस्थान में राजनीति क पर्यटन शुरू होने जा रहा है। गुजरात में 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के डर से कांग्रेस अपने करीब 20 विधायकों को जयपुर शिफ्ट कर रही है। इन विधायकों के रात 8 बजे जयपुर पहुंचने की संभावना है। विधायकों को जयपुर में कहां ठहराया जाएगा, यह अभी तय नहीं किया गया है लेकिन सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी को इन विधायकों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया है।गुजरात में 26 मार्च को चार राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है। संख्या बल के हिसाब से 2 सीटों पर भाजपा और 2 सीटों पर कांग्रेस सीधी जीत दर्ज करती नजर आ रही है। मगर भाजपा ने तीसरे कैंडिडेट नरहरि अमीन को उतारकर मुकाबले को रोचक कर दिया है। अमीन 2012 में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे।

एक सीट के लिए 37 वोट जरूरी—
गुजरात की विधानसभा सीटों के आधार पर एक कैंडिडेट को जीत के लिए 37 वोटों की जरूरत है। कांग्रेस के पास 73 विधायक हैं और निर्दलीय जिग्नेश मेवानी कांग्रेस के साथ हैं। ऐसे में उनकी संख्या 74 हो गई है और उसकी 2 सीटों पर जीत होती नजर आ रही है। मगर भाजपा के तीसरा कैंडिडेट उतारने के बाद कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है। यही वजह है कि कांग्रेस अपने विधायकों को राजस्थान में शिफ्ट कर रही है। बीजेपी की ओर राज्यसभा के लिए अभय भारद्वाज और रमीवा बेन बारा के साथ तीसरे कैंडिडेट के तौर पर नरहरि अमीन को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस की ओर राज्यसभा के लिए शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी कैंडिडेट बनाए गए हैं। गुजरात की जिन चार राज्यसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से तीन सीटें बीजेपी और एक सीट कांग्रेस के पास है।

ये है गुजरात में सीटों का गणित
गुजरात विधानसभा की कुल 182 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से दो सीटें फिलहाल रिक्त हैं। इस तरह कुल संख्या 180 है। ऐसे में गुजरात में राज्यसभा की एक सीट पर जीतने को प्रथम वरीयता के लिए 37 वोट चाहिए। गुजरात में मौजूदा समय में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायक हैं। वहीं, कांग्रेस के पास 73 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी हैं। कांग्रेस को अपनी दो राज्यसभा सीटें जीतने के लिए भी 74 विधायकों का वोट चाहिए वहीं, बीजेपी को अपनी तीनों राज्यसभा सीटों जीतने के लिए 111 विधायक चाहिए। ऐसे में बीजेपी को एनसीपी और बीटीपी के साथ कांग्रेस के 5 विधायकों का वोट हासिल करना है, जिसके चलते कांग्रेस के सामने अपने विधायकों को क्रॉस वोटिंग का खतरा नजर आ रहा है।

2017 जैसे हुए हालात
बीजेपी ने ऐसे ही 2017 में गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों तीन कैंडिडेट उतारकर कांग्रेस के अहमद पटेल की चिंता को बढ़ा दिया था। अहमद पटेल को जीतने के लिए कांग्रेस विधायकों को कर्नाटक के रिजॉर्ट में रखना पड़ा था। इसके बाद भी कई कांग्रेसी विधायकों ने बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी। हालांकि काफी मशक्कत के बाद अहमद पटेल जीतने में कामयाब रहे थे।