तबादलों को लेकर 11 साल का इंतजार हुआ खत्म

जयपुर। पिछले तकरीबन 11 साल से डार्क जोन में नौकरी कर रहे 11 हजार शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने डार्क जोन में काम कर रहे थर्ड ग्रेड शिक्षकों को राहत दी है। अब डार्क जोन में कार्यरत शिक्षकों के भी तबादले हो सकेंगे। डोटासरा ने कहा है कि जब प्रदेश के सभी शिक्षकों को राहत दी जा रही है तो प्रतिबंधित क्षेत्र के शिक्षकों को क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि जनता की लोकप्रिय सरकार इन शिक्षकों के भी तबादले करेगी। उन्होंने कहा कि तबादले किस आधार पर और किस नियम के तहत होंगे इसको लेकर अधिकारियों के साथ लगातार बैठकों का दौर जारी है। टीएसपी और नॉन टीएसपी का जो मसला है उसको लेकर भी विभाग के अधिकारी मंथन में लगे हुए हैं। विधवा, परितयक्ता, विकलांग शिक्षकों आदि को लेकर भी विभाग गाइडलाइन तैयार करेगा। उसके बाद तबादले किए जाएंगे। 15 सितम्बर से पहले सभी शिक्षकों को तबादलों की सौगात मिलेगी।<ड्ढह्म् />गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने 10 जिलों को डार्क जोन घोषित कर इनसे 23 जिलों में और 23 अन्य जिलों से इन 10 जिलों में शिक्षक ग्रेड 3 के तबादलों पर करीब 11 साल से रोक लगा रखी है। तबादलों पर इस रोक का कारण इन 10 जिलों में बड़ी संख्या में पद रिक्त होना बताया गया था।

इस व्यवस्था के कारण इन 10 जिलों में लगे शिक्षक अपने गृह जिलों में नहीं जा पा रहे थे। अब रोक हटने के कारण इन्हें राहत मिल सकेगी। तकरीबन 11 साल पहले पूर्व शिक्षामंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल के समय इनके तबादले किए गए थे, उसके बाद से डार्क जोन में कार्यरत शिक्षकों के तबादलों पर रोक लगी हुई है।<ड्ढह्म् />ये हैं प्रतिबंधित जिले<ड्ढह्म् />बीकानेर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बारां, जालौर, सिरोही, झालावाड़ और प्रतापगढ़ जिलों को प्रतिबंधित घोषित कर रखा है। इन दस जिलों में राज्य भर के 11 हजार से अधिक स्थानांतरण की बाट जोह रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *