बीकानेर। ऑल राजस्थान बेरोजगार पुस्तकालय शिक्षक संघर्ष समिति के तत्वाधान में मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित शान्ति सदन में पुस्तकालय दिवस पर संगोष्ठी आयोजित की गई।
समिति के प्रदेशाध्यक्ष कृष्णचन्द पुरोहित ने बताया कि शिक्षा विभाग की बात करें तो पुस्तकों की पूजा करने वाले पुजारी यानी की पुस्तकालय अध्यक्षों के पद भी सरकारी स्कूलों में खाली पड़े है इन पदों को सरकार की ओर से भरा नहीं जा रहा है।पुरोहित ने बताया कि हालांकी बढ़ते कम्प्यूटर युग के कारण पुस्तकों की उपयोगिता कम हुई है लेकिन आज भी पुस्तकें नैतिक ज्ञान देने के लिए विधार्थियों की पहली आवश्यकता है पुस्तकों को आज भी कई लोग मित्र के रूप में देखा करते है। शिक्षा विभाग के 4155 में से 1655 लाईब्रेरियन के पद खाली है शिक्षा विभाग के माध्यमिक सेटअप की सीनियर सैकेण्डरी स्कूलों के पुस्तकालय में पुस्तकालय अध्यक्ष को तरस रहे है। उनकी सार-सम्भाल करने के लिए पुस्तकालय अध्यक्षों के पद ही खाली है। वरिष्ठ पुस्तकालय अध्यक्ष दिलीप कुमार रंगा ने बताया की स्कूलों में लाईब्रेरियन के पद भरे जाने चाहिए। सीधे तौर पर कहा जाये की विद्यार्थी पुस्तकों से मोह मोडऩे लगेंगें। वैसे तो किताबों का अस्तित्व खत्म नहीं हो सकता।