नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना को अपना पहला अपाचे गार्डियन अटैक हेलीकॉप्टर मिला है। अपाचे गार्जियन हमले के हेलीकॉप्टर को औपचारिक रूप से अमेरिका के एरिजोना में हेलिकॉप्टर उत्पादन सुविधा में 10 मई को भारत को सौंप दिया गया था। भारत ने सितंबर 2015 में अमेरिका के साथ अपाचे गार्जियन हेलिकॉप्टरों में से 22 के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधित्व करने वाले एयर मार्शल एएस बुटोला ने बोइंग उत्पादन सुविधा में एक समारोह में पहली अपाचे को स्वीकार किया जहां अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। इन हेलीकॉप्टरों का पहला जत्था जुलाई तक भारत भेज दिया जाना है। ग्राउंड क्रू पहले ही अमेरिकी सेना के बेस फोर्ट रकर, अलबामा में प्रशिक्षण सुविधाओं पर प्रशिक्षण ले चुके हैं।
ये प्रशिक्षित कर्मी भारतीय वायुसेना में अपाचे बेड़े के परिचालन का नेतृत्व करेंगे। एएच -64 ई (आई) हेलीकॉप्टर के अलावा भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर बेड़े के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जाता है। पहला अपाचे गार्डियन अटैक हेलीकॉप्टर की भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है और पहाड़ी इलाकों में इसकी महत्वपूर्ण क्षमता होगी।
हेलीकॉप्टर की ताकत हेलीकॉप्टर में गतिरोध सीमाओं पर सटीक हमले करने और जमीन से खतरों के साथ शत्रुतापूर्ण हवाई क्षेत्र में संचालित करने की क्षमता है। इन हेलिकॉप्टरों की क्षमता, डेटा नेटवर्किंग के माध्यम से हथियार प्रणालियों से युद्ध के मैदान को संचारित और प्राप्त करना है, जो इसे एक घातक अधिग्रहण बनाता है। ये युद्द की स्थिति में भारतीय थल सेना के प्रतिनिधित्व में बढ़त प्रदान करेंगे।