डीसा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज स्टार प्रचारक के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की धरती पर चुनावी सभा को सम्बोधित कर आम जनता से भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का आव्हान किया। ये एक अजीब संयोग रहा कि पीएम नरेंद्र मोदी राजस्थान में और सीएम अशोक गहलोत गुजरात की धरती पर अपनी अपनी पार्टी व प्रत्याशियों के समर्थन में माहौल बनाते नजर आए।

लोकसभा चुनाव के स्टार प्रचारक सीएम अशोक गहलोत ने गुजरात के डीसा में बनासकांठा लोकसभा प्रत्याशी पृथ्वी भाई के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे। एआईसीसी सचिव रुक्ष्मणि कुमारी, गुजरात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा व बनासकांठा लोकसभा प्रत्याशी पृथ्वी भाई, गुजरात कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने गहलोत का जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि महात्मा गांधी वपटेल की धरती पर आने पर बहुत खुशी हो रही है। दीपावली भी यहीं मनाई थी। चुनाव जीतते मगर असत्य बोलकर माहौल बिगाड़ा गया।

सीएम गहलोत में राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि नफरत व घृणा की हम राजनीति नहीं करते है। गहलोत ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हमने भी अपने शासन में की। मगर हमने कभी भी ऐसे ढिंढोरा नहीं पीटा। अटल बिहारी वाजपेयी ने बकायदा इंदिरा गांधी को दुर्गा का रूप कहा था। पंडित नेहरू की उपलब्धि का जिक्र करते हुए कहा कि कोई पीएम अहम और घमंड में नहीं रहा। मगर नरेन्द्र मोदी अहम और घमंड में रहे। लोकतंत्र में विपक्ष की अपनी भूमिका है। 5 साल में मोदी ने इंदिरा और नेहरू का नाम तक नहीं लिया। 70 साल में जो हमने किया वह सबके सामने ही है। बिजली, पानी और सड़कों का जाल बिछाने के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य व हर क्षेत्र में विकास के काम हुए। मोदी ने बाहर विदेशों में जाकर मीटिंग कर रहे है, यह है तानाशाही।

अकाल का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि राजस्थान में 9 जिले अकालग्रस्त किए गए। मोदी की कथनी करनी में काफी अंतर है। चुनाव जीतने के लिए पानी में जहाज उतार दिया था। खुद को ओबीसी बताकर कहा मेरे साथ 36 कौम का प्यार है। दोनों कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने की अपील करते हुए कहा कि देश को कांग्रेस की जरूरत है। पाकिस्तान मे कई बार तानाशाही शासन हुआ। पाकिस्तान हमारे हिंदुस्तान के सामने क्या है? पाकिस्तान का नाम लेकर मोदी चुनाव जीतना चाहते है।

सीएम गहलोत को सुनने व देखने के लिए सभा स्थल पर बड़ी संख्या में दूर दराज इलाकों से जनता पहुंची। वैसे गुजरात से गहलोत का पुराना सम्बंध रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में गहलोत ने पीएम मोदी की धरती पर अपना जादू दिखाया था, उसके बाद से ही गुजरात मे कांग्रेस का जोरदार माहौल बन पाया।