Sunita Bhojak
बीकानेर। भारत वर्ष में बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं से मानवीय संवेदनाओं का कोई स्थान नहीं रहा और लोग अब घबराने लगे है हम पहले तो भू्रण हत्या से ही निपट नही पा रहे ऐसे में अब माता पिता कन्या जन्म से इस बात से भी भयभीत हुए जा रहे है कि कही मेरी बच्ची भी इन दरिंदो कि शिकार ना हो जाये और यह इसलिए है कि भारत की न्याय प्रणाली में लचीले पन की वजह से यह दरिंदे जेल से छूट जाते है और फिर एक नई घटना को अंजाम दे देते है।
बड़ी विडंबना है कि जिस देश मे नारी को पुजनीय और बालिका को माता का रूप माना गया वहाँ छोटी छोटी बालिकाओ को यह दरिंदे नोच खाते है क्योंकि इनको कानून का कोई डर नही रहा।


लिहाजा अब सरकार को चाहिए कि ऐसे दरिंदो को तुरंत फांसी का अध्यादेश सरकार पारित करे ताकि आगे से कोई भी दुष्कर्म करने से पहले यह देख ले कि मौत तो निश्चित हैंतो वो ऐसा कर नही पायेगा और भारत वर्ष में नारी सम्मान और सुरक्षा से रह सकेगी इन सभी बातों को लेकर आज कल्याण फाउंडेशन ने निदेशक कामिनी भोजक के नेतृत्व में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के नाम एक पत्र बीकानेर सांसद और राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को सौंपते हुए उनसे भी निवेदन किया कि महिलाओ के खोते विश्वास को पुन: स्थापित करने के लिए आप भी दुष्कर्मियों को तुरंत फांसी की सजा का अध्यादेश सरकार द्वारा जारी करवाने का कष्ट करें कामिनी भोजक ने कहा कि एक बार तीन चार दरिंदो कोंफांसी हुई नही की यह अपराध स्वत ही खत्म होने लगेगा।
इस मौके पर फाउंडेशन के जितेंद्र,कन्हैया महाराज,नथमल सेवग, सत्यदेव शर्मा, नितिन,सरोज,आर के शर्मा आदि उपस्थित थे।