निरीक्षण के दौरान लेबर रूम में ही बंद मिले कूलर, पंखे और एसी

बीकानेर। पीबीएम अस्पताल के जनाना अस्पताल में मरीजों के समक्ष आ रही समस्याओं का जल्द ही समाधान होगा। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने जनाना अस्पताल की सुध ली है और इसके चलते उन्होंने शुक्रवार को अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया।
कुमार पाल गौतम ने सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल के जनाना अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण किया। लेबररूम से जुड़े वार्ड में पंखे, कूलर तथा एसी बंद मिले। जिला कलक्टर ने कहा कि सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ठीक किया जाए और प्रसूताओं को राज्य सरकार की योजनाओं के लाभ मिले, इसके साथ ही पानी, ठंडी हवा के साथ-साथ शौचालय की सुविधा भी उत्तम हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रसूति विभाग के लिए होने वाले सभी कार्यों के लिए धनराशि की कमी आड़े नहीं आएगी।


गौतम ने कहा कि प्रसूति विभाग में अगले 2 दिनों में आवश्यक मात्रा में कूलर लगाए जाएं । जब तक कूलर की खरीद हाती है, तब तक किराये पर कूलर की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि छोटे कूलर की बजाय बड़े कूलर क्रय किए जाए। साथ ही इनमें हर समय पानी भरा रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने वार्डों में बंद पड़े कूलरों को ठीक करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लैबर रूम के नवीनीकरण कार्य का निरीक्षण किया और निर्देश दिए कि शीघ्र ही कार्य को पूरा करते हुए,इसे शुरू किया जाए। उन्होंने लैबर रूम में लगे एसी को शुरू करवाकर उसकी जांच की और उसमें तकनीकी खामी को पूर्णत: ठीक करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एसी की सारसंभाल की जिम्मेदारी तकनीकी कार्मिकों दी जाए, साथ ही इसका रिकॉर्ड भी संधारित हो।

प्रसूति वार्ड में एक ही पलंग पर दो-दो महिलाओं को देखकर उन्होंने खाली पड़े बैड पर सिफ्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि अगर किसी यूनिट में मरीज नहीं है, तो उस यूनिट के बैड पर अन्य चिकित्सक के मरीजों को बैड की सुविधा प्रदान की जाए।

यह प्रथम और अंतिम चेतावनी है….

जिला कलक्टर ने एक्स, वाई व क्यू वार्ड का निरीक्षण किया। यहां शौचालय की व्यवस्था देख कर गौतम सख्त नाराज हुए और उन्होंने प्राचार्य तथा अस्पताल अधीक्षक से पूछा कि यहां की साफ सफाई का जिम्मा किसके पास है ? उन्होंने सफाई ठेकेदार को निर्देश दिए कि वार्ड में गंदगी बहुत ज्यादा है, इसे तत्काल ठीक कर ले। अगर तकनीकी रूप से पानी के बहाव के कारण गंदगी है तो इसे अपने स्तर पर ठीक करें और इस पर जितनी धनराशि व्यय होती है,उसका भुगतान जिला प्रशासन द्वारा करवाया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि दो दिन बाद वापस आऊंगा और अगर यहां गंदगी मिली तो अच्छा नहीं होगा। अगर सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आती है,आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह आपको पहली और अंतिम चेतावनी है।

3 वर्ष पूर्व हुआ लोकार्पण मगर नहीं हुआ स्विफ्ट जनाना अस्पताल

जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने नव निर्मित जनाना अस्पताल एवं मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य इकाई अस्पताल भवन का निरीक्षण किया। इस भवन का लोकार्पण 3 वर्ष पूर्व हुआ था, मगर अब तक यहां शिफ्ट नहीं हुआ है। पुराने अस्पताल में ही प्रसूताओं और बच्चों का इलाज हो रहा है जो कि पूराने भवन में अब स्थान कम पडऩे लगा है। दोनों विभागों को इस नए भवन में शिफ्ट किया जाए ,जिससे रोगियों को आधारभूत सुविधाएं मिल सके। जिला कलक्टर ने कहा कि इस बारे में जहां भी बात करनी हो बताएं । इस नए भवन में शिफ्ट करवाने के लिए राज्य सरकार से बात की जाएगी।
भवन में स्थानान्तरित हुए भी नहीं,टाइल्स उखड़ गई, सीलन आ रही है-

जिला कलेक्टर गौतम ने नए भवन को देखने के बाद एनआरएचएम के सहायक अभियंता को कड़े शब्दों में कहा कि भवन का अभी उपयोग भी नहीं हुआ है और इसके फर्श की टाइल से टूट गई है। कुछ स्टाइल तो स्वत: ही उखड़ गई । उन्होंने अस्पताल के कुछ कक्ष खुलवाकर देखे तो दरवाजे भी अच्छी स्थिति में नहीं थे । भवन के कुछ हिस्से में सीलन आई हुई थी। उन्होंने सहायक अभियंता को कहा कि अगले 3 दिनों में अस्पताल का पूरा निरीक्षण करें और उखड़ी हुई टाइल्स तथा अन्य टूट-फूट को ठीक किया जाए। सीलन कहां से आई है इसे चिन्हित कर ठीक किया जाए।
आरयूआईडीपी तथा पीडब्ल्यूडी के अभियंता देंगे सेवाएं
जिला कलक्टर ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से कहा कि नए जनाना अस्पताल में सीवरेज सिस्टम तथा अन्य सुविधाएं दुरुस्त हो, इसके लिए आरयूआईडीपी के अभियंता तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता अगले सप्ताह से अपनी सेवाएं दे देंगे। इस दौरान नए भवन की सभी व्यवस्थाओं को ठीक किया जाए ताकि यह अस्पताल एक माह में प्रारंभ हो सके।
एनआरएचएम के वरिष्ठ अभियंता अगले सप्ताह करें निरीक्षण
जिला कलक्टर गौतम ने एनआरएचएम के सहायक अभियंता से कहा कि भवन की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने सहायक अभियन्ता एनआरएचएम से कहा कि लगता है कि आपने इस भवन का निरीक्षण काफी समय से नहीं किया। भवन के कक्षों में रंग-रोगन के बाद इन्हें खोला ही नहीं गया। इससे इनमें बदबू आ रहीं है। यह लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने कहा कि यहां विद्युत कनेक्शन, जनरेटर सहित अग्नि शमन के सभी संसाधन ठीक रहे, इसके लिए एनआरएचएम मुख्यालय से मुख्य अभियंता को अगले सप्ताह बीकानेर बुलाया जाए ताकि भवन की सभी खामियों को ठीक किया जा सके। उन्होंने अस्पताल में अग्नि शमन के यंत्र तथा जनेरटर आदि की सुविधाओं को गुणवतापूर्वक ठीक करवाने के निर्देश दिए।

डॉ.स्वाति फलोदिया होगी नोडल अधिकारी-जिला कलक्टर गौतम ने कॉलेज के प्राचार्य को निर्देश दिए कि पुराने जनाना अस्पताल को नवनिर्मित जनाना अस्पताल एवं मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य इकाई में सिफ्ट किया जाए। इसके लिए उन्होंने डॉ स्वाती फलोदिया नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने डॉ.स्वाति फलोदिया को सहयोग करने के लिए अस्पताल प्रशासन, सार्वजनिक निर्माण विभाग, आरयूआईडीपी सहित एनआरएचएम विभाग के अभियंता आवश्यक सहयोग करेंगे । गौतम ने कहा कि यह अस्पताल आगामी एक माह में क्रियाशील हो जाए। इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोई समझौता नहीं होगा। कोई भी विभाग इसमें बाधा नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई भी बहाना नहीं चलेगा। यह कार्य आमजन से जुड़ा है,ऐसे में सभी विभागों के अधिकारियों की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कार्य करें। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एचएस कुमार, पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पीके बैरवाल, पीडब्लयुडी के एक्सईएन श्रवण कुमार मौजूद थे।