बीकानेर। नाम, शोहरत, पैसा, रूतबा जैसा बहुत कुछ पाने की चाह में बीकानेर में आगामी विधानसभा चुनाव में एमएलए बनने वालों की पूरी फौज तैयार हो गई है। फौज में कमी न तो भाजपा की ओर से है न ही कांग्रेस की ओर से है। इस बार दोनों ही पार्टी को लग रहा है कि सरकार हमारी ही बनेगी। कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर के सहारे तैरना चाहती है तो भाजपा नरेन्द्र मोदी व अमित शाह की ब्रांड इमेज के चलते उ मीद पाले बैठी है। भाजपा की बात करे तो वर्तमान विधायक डॉ गोपाल जोशी विधायकी का एक मजा और लेना चाह रहे है, वहीं इनके साथ कुछ युवा भाजपाई अधूरी रही आस को इस बार पूरी करना चाहते है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से पूर्व मंत्री डॉ बीडी कल्ला अड़चनों के बाद भी फिर से विधायक बनने के लिए बेताब है, तो उनके विरोधी युवा राजकुमार किराडू को बड़े नेताओं के निकटता के चलते अपने आप को विधायक के टिकट के लिए फिट मान रहे है। इन सब के इतर यदि भाजपा में प्रत्याशी चयन में जातिगत कार्ड को तरजीह नहीं मिलती हो तो महावीर रांका की दावेदारी भी कहीं कमजोर नहीं दिखाई देती। मु यमंत्री से सीधे स पर्क के साथ ही पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी का आशीर्वाद भी उनकी इस दावेदारी को मजबूत करता है। हांलाकि अभी तक टिकटों का वितरण नहीं हुआ है लेकिन विधायक बनने की आस पाले बैठे भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों में टिकट के संभावित प्रत्याशी और उनके समर्थक पिछले कई समय से सोशल मीडिया पर छाए रहने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे है और गाहे-बगाहे हर कोई संभावित प्रत्याशी टिकट मिलने से लेकर अपनी जीत के पूरे समीकरण हर वक्त अपनी जेब में लेकर घूम रहा है। साथ ही जनता जनार्दन का समर्थन पाने के लिए अपने किसी न किसी आयोजन के बहाने शक्ति प्रदर्शन करने से नहीं चूक रहे है। बहरहाल भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों से आगामी विधानसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्र से किसे टिकट मिलेगा ये भविष्य के गर्भ में है।