बीकानेर। हनुमानगढ़ के गोलूवाला में जिंदा जलाई गई 30 साल की दुष्कर्म पीड़िता की हत्या में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। महिला की हत्या उसके पति ने की थी। पत्नी के चरित्र पर शक होने और 13 साल की बेटी को अपने साथ रखने के लिए पत्नी की हत्या की। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पति झुंझुनूं भाग गया। वहीं, इस मामले में दुष्कर्म के आरोपी युवक की भूमिका संदिग्ध नहीं पाई गई।

घटना 3 से 4 मार्च की दरमियानी रात की है। रात 1 बजे गोलूवाला स्थित अपनी नानी के घर में सो रही ब्यूटी पार्लर संचालिका को किसी ने घर के बाहर बुलाया था। इसी दौरान केरोसिन डालकर उसे जिंदा जला दिया। पीड़िता चिल्लाई तो आसपास के लोगों ने आकर उसे बचाया। तब तक वह 90 प्रतिशत झुलस गई थी। हालत गंभीर होने पर श्रीगंगानगर से बीकानेर रेफर किया गया था। जहां से जयपुर रेफर कर दिया। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। गोलूवाला पुलिस ने इस संबंध में पीड़िता की नानी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया था।

दुष्कर्म का आरोपी नहीं पाया गया संदिग्ध
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की। पहले शक प्रदीप बिश्नोई नाम के युवक पर किया गया। जिसके खिलाफ मृतका ने दो साल पहले दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। मामला कोर्ट में विचाराधीन था। जांच के दौरान प्रदीप संदिग्ध नहीं पाया गया।

ऐसे हुआ खुलासा
इसके बाद पुलिस ने अलग-अलग लोगों से पूछताछ की। तकनीकी मदद भी ली गई। इस दौरान शक मृतका के पति कृष्ण कुमार पर गया। पुलिस ने मृतका के पति से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल ली। उसने बताया कि पत्नी को सबक सिखाना चाहता था। वारदात की रात मोटरसाइकिल से उसके घर पहुंचा। दीवार फांदकर अंदर घुसा और महिला को आग लगा दी।

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि पत्नी के अलग रहने, चरित्र पर शक करने और अपनी बेटी को साथ रखने के लिए उसने पत्नी को आग के हवाले कर दिया। आरोपी पति हेयर ड्रेसर है।