जयपुर। प्रदेश की चार विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव से पहले प्रदेश भाजपा का सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगना चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, वल्लभनगर उपचुनाव क्षेत्र में बीते दिनों आयोजित हुए एक सम्मेलन के दौरान पार्टी नेताओं और आयोजकों से ऐसी भूल हो गई जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।

हालांकि मामला प्रकाश में आने के बाद पहले तो पार्टी ने अपना बचाव किया और इसे विरोधी दलों की बदनाम करने की साजिश करार दिया। लेकिन जब स्थितियां बेकाबू होती नज़र आईं तो इस भूल के लिए सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने तक की नौबत आ गई।

ये है मामला
वल्लभनगर उपचुनाव क्षेत्र में पिछले दिनों युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, चित्तोड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, भाजपा युमा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा सहित पार्टी की स्थानीय इकाई के तमाम वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए थे। सम्मेलन के दौरान ही आयोजकों की ओर से वल्लभनगर पहुंचे वरिष्ठ नेताओं का आतिथ्य सत्कार करते हुए वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। लेकिन इन स्मृति चिन्हों को उचित जगह नहीं रखते हुए मंच पर ही नीचे रख दिया गया।

आयोजकों की चूक से गलती होना बताया
इस कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी मौजूद थे। ऐसे में प्रदेश बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक पेज से इस मामले में माफी मांगी गई और इसमें आयोजकों की चूक से गलती होना बताया गया। प्रदेश बीजेपी के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर लिखा गया कि महाराणा प्रताप संपूर्ण भारत वर्ष के गर्व और गौरव के प्रतीक हैं और उनके प्रति सभी का पूरा सम्मान है। गलती के लिए खेद है।

वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में होने हैं उपचुनाव
उल्लेखनीय है कि वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव भी होना है। ऐसे में बीजेपी के विरोधी दलों ने भी इस चूक का पूरा भुनाया और बीजेपी के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस और जनता सेना के नेताओं ने अलग-अलग बयान जारी करते हुए इसे बीजेपी नेताओं का अहंकार करार दिया और उनके इस कृत्य की निंदा भी की।