केन्द्रीय बजट पर जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला की प्रतिक्रिया
बीकानेर। “केन्द्रीय बजट देश के सभी वर्गों में पहले से व्याप्त निराशा के अंधेरे को और गहरा कर उनकी कमर तोड़ने वाला एक दिशाहीन तथा बेरोजगारी को बढावा देने वाला दस्तावेज है। बजट में कोरोना के कारण पटरी से उतरी देश की अर्थव्यवस्था और विषम आर्थिक स्थितियों का सामना कर रही राज्य सरकारों को सम्बल देने की सोच का नितांत अभाव है। यह महंगाई की मार से त्रस्त आम आदमी के घावों पर मरहम लगाने की बजाय उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम करेगा, इससे महंगाई बढ़ेगी। मजदूर, युवा, किसान और मध्यम वर्ग के लोग भी खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। प्रदेश की जनता के दूरगामी हितों के लिए राज्य सरकार की ओर से जल जीवन मिशन में केन्द्रीय हिस्सेदारी को बढ़ाने की मांग और ईस्टर्न कैनाल योजना को राष्ट्रीय दर्जा देने की प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2018 में राजस्थान की धरती पर की गई घोषणा को एक बार फिर अनदेखा करना, प्रदेश की जनता के साथ बड़ा छलावा है।‘‘

आम बजट है आत्मनिर्भर भारत का बजट- अविनाश जोशी की प्रतिक्रिया
भाजपा आईटी विभाग के प्रदेश संयोजक अविनाश जोशी ने केन्द्र सरकार द्वारा पारित आम बजट को आत्मनिर्भर भारत का बजट बताया है। उन्होंने कहा कि इसमें हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। यह बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। इससे हर सेक्टर में पाॅजिटिविटी आई है। बजट में वित्त मंत्री द्वारा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर जोर दिया है। केन्द्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस किया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र पर खर्च 137 प्रतिशत बढ़ाकर 2.23 लाख करोड़ किया गया है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की गई है। इससे किसानों को संबल मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश के शैक्षणिक ढांचे को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से 15 हजार सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने, 100 नए सैनिक स्कूल तथा 750 नए एकलव्य माॅडल स्कूल खोलने की घोषण की गई है। उच्च शिक्षा के लिए कमीशन एवं राष्ट्रीय भाषा अनुवाद मिशन की स्थापना होगी।