बीकानेर । होलाष्टïक के साथ ही देश में अपनी अलग पहचान रखने वाली बीकानेर की रम्मतों का आगाज होगा, जो लगभग एक  सप्ताह तक बीकानेर की ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करेगा। इन रम्मतों के लिए बारहगुवाड़, आचार्य चौक, बिस्सों का चौक,  मरुनायक चौक, चौथाणी ओझाओं के चौक, नथाणियों की सराय,भठ्ठडों के चौक में रम्मतों के अभ्यास में कलाकार जुटे हैं। पूरे देश  में होली के दिनों में होने वाले इस अनूठे आयोजन में ख्याल व चौमासा के जरिये वर्तमान राजनीति प्रमुख समस्याओं पर कटाक्ष कि या जाता है। रम्मत के कलाकार मदनगोपाल व्यास बताते हैं कि स्टेट के समय गाये गये ख्याल के शब्दों के कटाक्ष इतनी गहरे थे  कि गाने वालों व बनाने वालों की गिरफ्तारी के आदेश भी दे दिये गये। कीकाणी व्यासों के चौक में आयोजित होने वाली जमनादास  कल्ला की रम्मत की तैयारियां भी जोरों पर चल रही हैं। चोथाणी ओझाओं के हनुमान मंदिर में चल रही इस रम्मत की रिहर्सल में  ख्याल व चौमासे की तैयारियां टेरियों के साथ की जा रही हैं।
मंत्रोच्चारण से थंब पूजन
गुरूवार को ही शहर के अनेक चौकों में होली के थम्ब की स्थापना वैदिक म ंत्रोच्चारण व पूजन से हुई। कीकाणी व्यासों के चौक में स्थापना के दौरान  शहर में शांति, सद्भाव व आनंद से होली मनाने की प्रार्थना की गई।  लालाणी  व्यासों के चौक व सुनारों की बड़ी गुवाड़ में थंब पूजन के साथ होली का  आगाज हुआ। चौथाणी ओझाओं के चौक में स्थित हनुमान जी के मंदिर के  सामने  विधि विधान से थंब पूजन किया। एडवोकेट मदन गोपाल व्यास ने  बताया कि स्थानीय चौथाणी औझाओं के चौक में लटियाल कला केन्द्र द्वारा  आयोजित जमनादास कल्ला की स्वांग मैरी ख्याल चौमासा रम्मत का बड़ा  गावणा रात्रि शुक्रवार को होगा। इसमें  रम्मत के युवा कवि झम्मु मस्तान के  ख्याल चौमासा का मंचन होगा।