बीकानेर। जिले के छत्तरगढ़ तहसील में एक कबूतर ने दो माह पहले सनसनी फैला दी थी । जिसके पंखों पर लिखे संदेश व पैर में बंधे छल्ले ने संदेह के हालात पैदा कर दिये थे। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस ने पहुंचकर कबूतर को कब्जे में लिया और गुप्तचर एजेन्सी को इसकी सूचना दे दी थी। तहसील के मोतीगढ़ गांव में हाजी जमाल खां के घर मिले इस संदिग्ध कबूतर के पंखों पर चारणपुर से लाहौर तक की दूरी का जिक्र किया गया है। इसके पंखों पर लगी मुहर में चारणपुर से लाहौर की दूरी 225 किमी व कई शहरों के नाम उकेरे गये है। साथ ही पैरों में बंधा छल्ला भी कुछ कहानी बयां कर रहा है। बीकानेर पुलिस पिछले दो माह से पाकिस्तान से आए संदिग्ध कबूतर की मेहमान नवाजी के साथ सुरक्षा में जुटी है। कबूतर की सुरक्षा के लिए बाकायदा एक पुलिस का जवान तैनात किया गया है। यह जवान कबूतर को दाने और पानी का इंतजाम करने के साथ ही सुरक्षा भी करता है। पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि यह कबूतर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा भेजा गया हो सकता है। आईएसआई पहले भी पैरों में कैमरे बांधकर बाज पश्चिम सीमा से सटे राजस्थान के श्रीगंगानगर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर व जोधपुर जिलों में भेजती रही है। बीकानेर पुलिस ने पुलिस मुख्यालय,आईबी और बीएसएफ को इसके बारे में सूचना दी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण कुछ एजेंसिया अभी तक जांच के लिए नहीं पहुची हैं। इस वजह से सिपाही इस कबूतर की मेहमान नवाजी कर रहा है।