बीकानेर। भाजपा का नया बोर्ड बने अभी चंद दिन ही गुजरे हैं, कि शहर में नियम विरुद्ध निर्माणाधीन भवनों को सीज की कार्रवाई से मुक्त कर दिया गया है। हैरत की बात यह है कि निगम प्रशासन बजाय कार्रवाई करने के खुद ही गलियां तलाश कर रहा है ताकि सीज किए गए अवैध निर्माणाधीन भवनों का निर्माण पूरा हो सके। शहर के करीब एक दर्जन से अधिक भवन ऐसे है, जिनमें नियम विरुद्ध व बिना अनुमति निर्माण कार्य हुए। जबकि मौके पर ये भवन करीब-करीब बनकर तैयार है।
भुट्टो के चौराहे पर एक तरफ जहां मिठाई की दुकान के कारण यातायात जाम रहता है, ठीक दूसरी ओर बिना सेटबैक छोड़े बन रहे भवनों से आवागमन में बाधा पैदा होगी। यहां बन रहे तीन भवनों की निर्माण स्वीकृति अभी तक जारी ही नहीं हुई है, जबकि मौके पर यहां तीन मंजिला इमारत बनकर तैयार है। सीज की कार्रवाई हटाने के बाद रहा सहा निर्माण कार्य भी ताबड़तोड पूरा कराया जा रहा है। निगम के अधिकारियों के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि जब इन भवनों को निर्माण स्वीकृति ही नहीं मिली तो इमारते कैसे बना ली गई? और यदि बना भी ली गई तो इन्हें सीज मुक्त किस आधार पर कर दिया गया?
शहर में दूसरी जगहों पर भी हालात ऐसे ही है। तोलियासर भैंरुजी गली के पास, मॉर्डन मार्केट, पवनपुरी रोड सहित करीब एक दर्जन से अधिक भवनों के अवैध निर्माण हुए अथवा हो रहे है। पिछले निगम बोर्ड के दौरान जब इन अवैध व नियम विरुद्ध निर्माण कार्यो की सुध नहीं ली तो तत्कालीन पार्षदों ने बाकायदा अवैध निर्माणों की सूची सदन के पटल पर रख कर कार्रवाई की मांग की थी।</श्च>
दबाव बढऩे पर अगस्त में इन तीन भवनों को सील किया गया था। नया बोर्ड बनने के बाद मानों अतिक्रमणों और नियम विरुद्ध निर्माण कार्यो के पंख लग गए हो। बिना निर्माण अनुमति और बिना सेटबैक छोड़े निर्माण शुरू कर दिया गया। जबकि अभी निर्माण स्वीकृति की फाइल पेश की गई है, जबकि भवन के तीन मंजिल बन कर तैयार है।
कर रहे है कार्रवाई नियम विरुद्ध निर्माण और अतिक्रमणों को लेकर कार्रवाई की जा रही है। भुट्टा चौराहा स्थित इमारतों को सशर्त अनुबंध पर संपत्तियों को खोला गया है। इन इमारतों में जो नियम विरुद्ध निर्माण है, उसको हटाने व निर्माण अनुमति के बाद ही इनमें निर्माण कार्य करवा सकते है। डॉ. प्रदीप के गवांडे, आयुक्त नगर निगम बीकानेर