इस बार सावन का महीना 17 जुलाई से शुरू हो रहा है और यह 15 अगस्त तक चलेगा. सावन माह की शुरुआत इस बार चंद्र ग्रहण से हुई. सावन मास का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है. इसे महीने को सबसे पवित्र माना गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये मास भगवान शिव को बहुत प्रिय है. अगर आपके विवाह में अड़चनें आ रही हो तो सावन के महीने में ये उपाय करके आप अपनी परेशानी से निजात पा सकते हैं.

कुंडली के पांचों तत्वों में अग्नि या वायु तत्व की मात्रा ज्यादा होने पर अक्सर विवाह होने में बाधा आती है. चन्द्रमा, शुक्र अथवा बृहस्पति की स्थिति कमजोर होने पर भी विवाह होने पर बाधा आती है. कुंडली में मंगल दोष अथवा ग्रहण योग होने पर भी विवाह होने पर बाधा आने लगती है.

अष्टम अथवा द्वितीय भाव में पाप ग्रह होने पर भी व्यक्ति अपनी शादी के लिए परेशान रहता है.सप्तम भाव या सप्तमेश की स्थिति पापक्रांत होने पर भी शादी से जुड़ी समस्याएं झेलनी पड़ती हैं. किस प्रकार सावन का महीना वैवाहिक जीवन की बाधाओं को दूर कर सकता है? सावन के महीने में ही जल तत्त्व की मात्रा ज्यादा होती है जो वास्तव में पारिवारिक जीवन का कारक तत्व माना जाता है. मंगल दोष, ग्रहण योग या विवाह न होने का योग सावन में ज्यादा बेहतर तरीके से शांत किया जा सकता है.

सावन के महीने के शिव जी अधिष्ठाता होते हैं. इनकी पूजा से भाग्य बदल सकता है. अगर सावन के महीने में शिव और पार्वती की संयुक्त पूजा की जाए तो न केवल विवाह शीघ्र होता है, बल्कि अगर वैवाहिक जीवन में बाधा है तो वो भी दूर हो जाती है.

अगर आपकी उम्र 18 से 24 वर्ष के बीच हो तो- सावन में नियमित रूप से पीले वस्त्र धारण करें. शिव पार्वती को संयुक्त रूप से एक ही माला अर्पित करें. सायंकाल शिव-पार्वती की संयुक्त पूजा करें. गौरी शंकराय नम: ” का जाप करें. यह प्रयोग सावन में लगातार 09 दिन करें.

अगर आपकी उम्र 25 से 30 वर्ष हो तो- सावन में पीले वस्त्र धारण करके पूजा करें. शिव लिंग पर सुगंध अर्पित करें, फिर जल की धारा चढ़ाएं. पार्वतीपतये नम:”का 108 बार जाप करें. ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी. यह प्रयोग सावन में लगातार 09 दिन तक करें.
सावन में करें ये उपाय- सावन में रोजाना शिव जी को सफेद चन्दन लगाएं. इसके बाद उन्हें जल अर्पित करें. इससे दाम्पत्य जीवन की समस्याएं दूर हो जाएंगी.