जयपुर। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में पढ़ रहे विद्यार्थियों का आंतरिक मूल्यांकन होमवर्क के आधार पर किया जाएगा। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। निदेशालय की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिसके मुताबिक बोर्ड और वार्षिक परीक्षा में विद्यार्थी का आंतरिक मूल्यांकन उसके होमवर्क के आधार पर किया जाएगा जिसे ध्यान में रखते हुए निदेशालय ने शिक्षकों और संस्था प्रधानों को निर्देश जारी किए हैं। जिसके मुताबिक संस्था प्रधान और विषय अध्यापक को आपसी समन्वय के साथ हर विद्यार्थी के होमवर्क का रिकॉर्ड रखना अनिवार्य होगा।
संबंधित ब्लॉक या जिले के अधिकारियों को स्माइल 2 के तहत पर्यवेक्षण के लिए आवंटित स्कूल के निरीक्षण के समय 9वीं से 12ीं के होमवर्क की प्रगति का पर्यवेक्षण भी करना होगा।
11वीं और 12वीं के जिन विषयों में प्रेक्टिकल परीक्षा का प्रावधान है उन विषयों के विद्यार्थी, जिज्ञासा समाधान े लिए
सप्ताह में एक दिन स्कूल आने के साथ अपने प्रेक्टिकल वर्क भी कर सकेंगे।
होमवर्क देते समय शिक्षक को सुनिश्चित करना होगा कि जो होमवर्क दिया जा रहा है व परीक्षा और सिलेबस को
ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया हो।
शिक्षक होमवर्क देने के साथ ही उसकी जांच और विद्यार्थी की समस्या का समाधान भी जरूर करेंगे।
हर विद्यार्थी को अपनी होमवर्क की नोटबुक रखनी होगी जिसमें होमवर्क वीकली दिया और जांचा जाएगा।