जयपुर। शहर सहित प्रदेशभर में मानसून अपने आखिरी दौर में पहुंच चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक मौसम परिस्थितियां पूरी तरह से अनुकूल होने के कारण इस सप्ताह मानसून सक्रिय रहेगा। इसके बाद आने वाले सप्ताह से प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कम होने लगेगी, लेकिन उससे पहले झमाझम बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इससे पहले गुरुवार को राज्य में कई जगहों पर जोरदार बारिश दर्ज की गई है।
यहां अलर्ट जारी:
मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश के 12 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, जयपुर, राजसमंद, सीकर, सवाईमाधोपुर, बीकानेर, चूरू, जोधपुर और नागौर जिले में कहीं-कहीं पर भारी बारिश हो सकती है। वहीं, जयपुर संभाग के अलवर, दौसा व झुंझुनूं और बीकानेर संभाग के हनुमानगढ़ तथा श्रीगंगानगर जिले में कहीं-कहीं पर मेघगर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है।
जयपुर में छाए हुए हैं काले बादल:
जयपुर में आज सुबह से ही काले बादल छाए हुए हैं। इससे बारिश की संभावना बन रही है। राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में कई हिस्सों में अच्छी बारिश हुई। आज सुबह का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं गुरुवार को तापमान 30 डिग्री रहा। तापमान में पांच डिग्री की गिरावट के साथ ही बादलों की आवाजाही के साथ रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। शाम तक जयपुर में हल्की बारिश होने की संभावना है। बीते दिन सबसे ज्यादा बारिश कोटा में 85 एमएम, उदयपुर में 45, अजमेर-जयपुर में 22.22 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बीती रात का सबसे अधिक तापमान श्रीगंगानगर का 37.5, जैसलमेर का 35.0 और चुरू का 34.9 दर्ज किया गया।
दो सप्ताह बाद मानसून ले सकता है विदाई:
जयपुर मौसम विभाग केंद्र के निदेशक आरएस शर्मा ने बताया कि आगामी चार से पांच दिन और पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में मानसून पूरी तरह से सक्रिय रहेगा। छत्तीसगढ़ और आस-पास के लगने वाले मध्यप्रदेश के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से मानसून अक्ष रेखा सामान्य स्थिति में है। 8 सितंबर के बाद मानसून की गतिविधियों में कमी देखने को मिलेगी। औसतन पश्चिमी राजस्थान से मानसून लौटने का सिलसिला बीते 45 साल से 17 सितंबर के बाद से हो रहा है। हालांकि इसमें दो से तीन का अंतर होता है। वहीं पूर्वी राजस्थान में 20 सितंबर के बाद मानूसन के लौटने का सिलसिला शुरू हो जाता है।