जयपुर। प्रदेश में एक बार फिर कोरोना की रफ्तार बढ़ने लगी है। पिछले हफ्ते से अब लगातार 2100 से ज्यादा कोरोना रोगियों की पुष्टि हो रही है। इसी बीच गहलोत सरकार ने बढ़ते मामलों के मद्देनजर बड़ा फैसला लिया है। सरकार की ओर से अब प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान और कोचिंग संस्थानों को 30 नवंबर तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। आपको बता दें कि इससे पहले 16 नवंबर तक शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश जारी किए थे। लेकिन अब राज्य सरकार ने इसे आगे बढ़ाते हुए 30 नवंबर तक शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का निर्णय लिया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि फिलहाल भी स्कूल- कॉलेजों को खोलने में असमजंस की स्थिति बनीं हुई है।
सिंतबर से अब नवंबर तक जाएगी स्कूल रीओपनिंग
आपको बता दें कि पहले 21 सितंबर तक स्कूल ओपन किए जाने की बात की जा रही थी। इसके बाद केन्द्र सरकार की ओर से स्कूलों को खोलने के लिए अनलॉक -5 में घोषणा की गई थी। लिहाजा इसके बाद 15 अक्‍टूबर तक राज्य सरकार ने स्कूल खुलने की संभावनाएं जताई थी। लेकिन फिर राज्य के गृह विभाग ने 1 नवंबर को आदेश जारी कर 16 नवंबर तक शैक्षणिक संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए थे। इसे अब एक्सटेंड करके 30 नवंबर तक कर दिया है।
अनलॉक 6.0 के तहत स्कूल खोलने के भी हैं निर्देश
आपको बता दें कि अनलॉक 6.0 के तहत केंद्र ने राज्य सरकारों को शैक्षणिक संस्थान खोलने के अधिकार दे दिए है। लिहाजा सभी राज्यों में अब स्कूलों को खोलने की कवायद चल रही है। लेकिन अभी भी कई राज्य स्कूलों को ओपन करने में हिचक रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि कई अभिभावक भी स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं है। इधर ऑनलाइन एजुकेशन से परेशान बच्चे स्कूल जाना चाहते हैं। हालांकि यह स्थिति साफ हो गई है कि कई चरणों में खुलने वाली स्कूल प्रक्रिया के तहत 9वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स ही शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए स्कूल आ सकेगी। जबकि, अन्य क्लासेस के स्टूडेंट्स के लिए फिलहाल ऑनलाइन पढ़ाई ही जारी है।
जरूरी गाइडलाइन पहले की तरह रहेगी जारी
आपको बता दें कि अनलॉक 6.0 के तहत राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर रखी है, जो पहले ही तरह ही फिलहाल लागू रहेगी। इसके तहत विवाह समारोह में अतिथियों की अधिकतम सीमा 100 ही रहेगी। अंतिम संस्कार में भी 20 व्यक्तियों की सीमा तय की गई है। इसी तरह सामाजिक और राजनैतिक कार्यक्रमों के लिए कलेक्टर की अनुमति लेनी होगी, जिसमें कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए 250 लोग शामिल हो सकते हैं। लेकिन इन सभी गाइडलाइनों के बावजूद अभी भी स्कूलों को खोलने के संबंध में स्थिति असमंजसभरी ही है।