बीकानेर। ऊर्जा, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि महिला शिक्षा से ही विकसित समाज की परिकल्पना साकार हो सकेगी।
पारीक चौक स्थित राजकीय बालिका विद्यालय में भामाशाहों द्वारा जीर्णोद्वार, निर्माण कार्य व अन्य मूलभूत सुविधाएं विकसित करने पर आयोजित भामाशाहों के सम्मान समारोह में डॉ कल्ला ने कहा कि जब एक बालिका शिक्षित होती है तो वह दो परिवारों को शिक्षित करने का अवसर देती है।

महिलाओं को अपने विकास के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढऩा होगा। बालिका शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास सबसे अहम विषय है, बालिकाएं अपनी रूचि के अनुसार हुनर का विकास करने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि लड़कियों को केवल जिले तथा प्रदेश में ही अव्वल नहीं आना है बल्कि उन्हें पूरे देश में अव्वल रहना है। डा कल्ला ने कहा कि बालिकाएं स्वयं अपनी प्रतिभा को पहचाने, स्वयं को कमतर ना आंके, बल्कि कड़ी मेहनत कर सतत अभ्यास के द्वारा अपने लक्ष्य को हासिल करें।


ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बालिकाएं किसी भी दृष्टि से कमजोर नहीं है, लेकिन समय की मांग है कि बालिकाओं को अपनी आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिलवाएं जाएं। विद्यालयों में आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण कक्षाएं आरम्भ की जाए ताकि वे किसी भी विपरीत स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय राज्य सरकार के नियमानुसार सभी शर्तें पूरी करता है तो वे अपने विधायक कोटे से विद्यालय विकास के लिए एक बड़ी धनराशि उपलब्ध करवा सकते हैं।


डा कल्ला ने कहा कि समाज के सभी सक्षम व्यक्ति विद्या, शक्ति व धन का सांगोपाग उपयोग कर शिक्षा, चिकित्सा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने में सहयोग करें। जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) उमाशंकर किराडू ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों ने पुष्प माला पहना कर जर्नादन कल्ला का भी स्वागत किया। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा की संयुक्त निदेशक देवलता उपस्थित थी।

कार्यक्रम में भामाशाह जुगल राठी रूपकिशोर व्यास, शिवरतन अग्रवाल,विजयपाल चौधरी, रवि व्यास, चांदरतन सोनी का सम्मान किया। जितेन्द्र श्रीमाली ने कार्यक्रम का संचालन किया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि भामाशाहों द्वारा विद्यालय में जीर्णोद्वार कार्य व डेऊस वितरण कर सहयोग दिया गया।