सीकर. राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने शनिवार को सीकर शहर के शिवसिंहपुरा स्थित राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक स्कूल का औचक निरीक्षण किया। यह वही स्कूल है जिसमें शिक्षा मंत्री डोटासरा की पत्नी सुनीता शिक्षक है। अचानक स्कूल में शिक्षा राज्य मंत्री के काफिले को देख शिक्षकों में हडकम्प मच गया। शिक्षा राज्य मंत्री ने सबसे पहले स्कूल के शिक्षकों की हाजिरी ली।

इस दौरान बच्चों से सवाल जवाब भी किए। बच्चों का शैक्षिक स्तर और विद्यालय की व्यवस्था देख मंत्री काफी खुश हुए। इस पर उन्होंने प्रधानाचार्या इन्दुकला बराल से विद्यालय की समस्या पूछी। उन्होंने बताया कि विद्यालय में इस साल 95 का नामांकन बढ़ा लिया है। लेकिन कक्षा कक्षों का अभाव है। इस पर उन्होंने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को बुलाया। शिक्षा राज्यमंत्री ने दो कक्षा कक्ष व तीन लाख रुपए का फर्नीचर दिलाने की बात कही। दरअसल, शिक्षा मंत्री विवि के दीक्षांत समारोह में जा रहे थे, लेकिन रास्ते में स्कूल दिखा तो जांच के लिए पहुंच गए।


नहीं बैठे प्रिसिंपल की कुर्सी पर
शिक्षा मंत्री ने निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्या की कुर्सी पर बैठने से भी इन्कार कर दिया। यहां प्रधानाचार्य इन्दुकला ने शिक्षा राज्य मंत्री से कई बार अपने कार्यालय में कुर्सी पर बैठने के लिए कहा। लेकिन शिक्षा राज्य मंत्री ने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि गुरुजन की कुर्सी पर गुरु का ही अधिकार है और वही उस पर बैठने के योग्य होता है।

बच्चों के पोषाहार के लिए भी नवाचार
औचक निरीक्षण के लिए स्कूल पहुंचे शिक्षा राज्य मंत्री ने सरकारी स्कूलों में बच्चों की पोषाहार व्यवस्था भी देखी। पोषाहार जांच के साथ उन्होंने यहां उन्होंने बच्चों के बैठकर पोषाहार खाने की व्यवस्था में भी नवाचार करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को नीचे बैठाकर खाना खिलाने की बजाय खाने के लिए फिक्स टेबल की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि बच्चे आसानी से भोजन ग्रहण कर सके।