भिड़न्त

नोखा में दो गुटों में भिड़न्त, शहर में बसपा अध्यक्ष से हाथापाई

बीकानेर। मतदान के दौरान आज सुबह बज्जू क्षेत्र में भाजपा-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक भिड़न्त से सनसनी सी फैल गई।

जानकारी के अनुसार कोलायत विधानसभा क्षेत्र के बज्जू इलाके में जग्गासर गांव में मतदाताओं को ले जा रही एक जीप के विवाद को लेकर भाजपा और कांग्रेस के समर्थक आपस में भिड़ गए। तकरीबन आधे घंटे तक हिंसक झड़प में पांच जने चोटिल हो गए।

सूचना मिलने के बाद बज्जू थानाधिकारी विक्रमसिंह चौहान मौके पर भारी जाप्ता लेकर पहुंचे। पुलिस कर्मियों ने झगड़ेबाजी में लिप्त लोगों को खदेड़ दिया। मौके पर घायल पांच जनों को पहले बज्जू के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया जहां से यहां ट्रोमा सेन्टर रैफर कर दिया।

वहीं इस घटना को लेकर भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों ने एक-दूसरे पर हमलेबाजी का आरोप लगाते हुए थाने में परिवाद दिया है। घटना के बाद तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए मौके पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात किया गया है।

थाना प्रभारी विक्रमसिंह चौहान ने बताया कि हमलेबाजी में लिप्त लोगों की शिनाख्तगी कर धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे है। थाना प्रभारी ने बताया कि झगड़ेबाजी की यह घटना मतदान केन्द्र से दूर हुई थी। इसलिए मतदान प्रक्रिया में किसी प्रकार की रूकावट नहीं आई। उन्होंने बताया कि मतदाताओं ने पुलिस की कड़ी चौकसी के बीच भयमुक्त होकर मतदान किया।

नोखा : दो गुटों में भिड़न्त, कैम्पर को आग लगाई

चुनावों में अतिसंवेदनशील बने नोखा में शांतिपूर्ण चल रहे मतदान के बीच दोपहर सोमलसर-मुकाम के बीच दो गुटआपस में भिड़ गए, जिससे मौके पर तनाव फैल गया। बताया जा रहा है कि चुनावी रंजिश को लेकर यह झगड़ा हुआ।

इसमें चार-पांच गाडिय़ों में सवार होकर आए युवकों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया, वारदात में मौके पर एक कैम्पर में आग लगा दी, एक सफारी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए।

सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मनोज शर्मा जाप्ता लेकर मौके पर पहुंच गए, लेकिन पुलिस को देखते ही झगड़ा करने वाले लोग मौके पर से भाग निकले। पुलिस ने मौके पर जल रही कैम्पर की आग बुझाई और वहां खड़ी सफारी और एक बोलेरो गाड़ी कब्जे में ली।

शहर में बसपा महानगर अध्यक्ष से हाथापाई

मतदान के दौरान आज सुबह मीट मार्केट के मदरसा सुलेमानियां में वोटिंग बूथ का जायजा लेने पहुंचे बहुजन समाज के पार्टी के महानगर अध्यक्ष को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और उनके साथ धक्का-मुक्की की।

इस घटना की खबर से बसपा कार्यकर्ताओं में गहरा रोष व्याप्त हो गया। मौके पर मौजूद मौजीज लोगों ने बसपा अध्यक्ष को छुड़वाया और समझाइश कर मामला शांत करवाया।