मगरे का शेर देवीसिंह भाटी और नोखा बीकानेर के कद्दावर नेता बिहारीलाल विश्नोई एक ही मंच पर चुनावी मंत्रणा में मगन दिखाई दिए। इन दोनों के एक साथ दिखने से पहली प्रतिक्रिया में ही चुनावी रंगत जम गई। इन दोनों का एक होना  श्रीकोलायत और नोखा में भाजपा की मजबूती को तो और बढ़ाएगा ही, प्रदेश के राजनीतिक समीकरण बदल कर  कांग्रेस के लिये बड़े खतरे के रूप में उभरेंगे।
बीकानेर में  नामांकन प्रक्रिया के  तीसरे दिन राजनीतिक समीकरण  बदलने से  अब कयासों का बाजार दूसरी दिशा की ओर मुड़ गया है । कहा जा रहा है कि देवीसिंह भाटी ने अपनी चिर परिचित अपनेपन और उदारता की शैली में श्रीकोलायत से भाजपा प्रत्याशी पूनम कंवर के नामांकन दाखिले की प्रक्रिया के दौरान बिहारीलाल विश्नोई को वहां बुलवाया।  इस पर सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ विश्नोई अपने समर्थकों की गाडिय़ों के काफिला के साथ कोलायत पहुंचे जहां उनका स्वागत किया किया गया।  दरअसल विधानसभा के चुनावी दौर में बारंबार कवरट बदलते सियासी माहौल को दो ध्रुव विरोधी नेताओं ने नयी राह दे दी। वहीं नए समीकरणों ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में मानो कंकर उछाल कर तीव्र तरंगें फैला दी हैं।  हुआ यूं  कि पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी और नोखा के युवा नेता बिहारी लाल विश्रोई पिछले लंबे अर्से से एक-दूसरे के ध्रुव विरोधी के रूप में चर्चा में रहे । लेकिन बुधवार को एकाएक बदले परिदृश्य में दिग्गज देवीसिंह भाटी और बिहारी विश्नोई साथ बैठकर चुनावी मंत्रणा करते नजर आये। खबर यह भी उड़ी कि मंत्रणा के तुरंत बाद बिहारी ने टिकट के लिए दिल्ली की ओर कूच किया है।