बीकानेर। नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा शनिवार को बेजुबान गायों को भोगना पड़ा। जिसके कारण अकाल ही 50 गायें काल का ग्रास बन गई। जानकारी मिली है कि नगर निगम के अधीन नंदी गौशाला में पचास गायों के मौत की खबर ने सभी गौ प्रेमियों को हिला दिया। सूचना मिलने पर कांग्रेस-भाजपा,निर्दलिय पार्षदों सहित अनेक जने मौके पर पहुंच गये और जमकर हंगामा किया। हंगामे को अनदेखी कर जा रहे निगम आयुक्त डॉ खुशाल यादव व अधिकारी अर्चना व्यास की गाड़ी के आगे निर्दलिय पार्षद लेट गये और तुरंत लापरवाह कार्मिकों पर कार्यवाही करने पर अड़े। साथ ही गौशाला में अवैध रूप से गेहूं की फसल उगाने वाले संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। गायों की अकाल मौत किन कारणों से हुई। इसके लिये वेटरनरी की टीम भी मौके पर पहुंची और पोस्टमार्टम कर कारणों की जांच में जुट गई।
लाखों का भुगतान फिर भी गौशाला की दुर्दशा
इस घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा-कांग्रेस व निर्दलिय पार्षद नंदी गौशाला पहुंचे और उन्होनें निगम की लापरवाही का जमकर विरोध किया। इसके बाद मौके पर पहुंचे आयुक्त डॉ खुशाल यादव व अर्चना व्यास की इन पार्षदों से गर्मागर्मी भी हो गई। इस दौरान पार्षद प्रतिनिधी सुभाष स्वामी व पार्षद एड मनोज विश्नोई ने अधिकारियों को खरी खरी सुनाते हुए कहा कि नगर निगम की गौशाला के हालात बदतर 50 से 60 लाख प्रति माह संचालक को भुगतान दिया जाता है। फिर भी गौशाला में गाय भूख से मर रही है।
महापौर ने दे रखे है भौतिक सत्यापन के आदेश
हालात ये है कि निगम के आयुक्त डॉ खुशाल यादव और गौशाला का प्रभार देख रहे निगम अधिकारी को महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने 28 फरवरी को एक पत्र लिखकर नंदी गौशाला का भौतिक सत्यापन करवाने को कह रखा है। लेकिन एक माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद निगम के अधिकारी किसी भी गौशाला की ओर ध्यान नहीं दे रहे है। इससे साफ जाहिर है कि अपनी कार्यशैली का ढिढोरा पीटने वाले निगम आयुक्त यादव किस तरह काम कर रहे है।
गौशाला की आड़ में अनैतिक काम
पार्षदों का आरोप है कि गौशाला में गौ संरक्षण के अलावा गेहूं की फसल उगाने जैसा अनैतिक कार्य किया जा रहा है। यहां उगाई गई गेहूं की फसल की कटाई के लिये टे्र क्टर आएं हुए थे। इसके बारे में पूछने पर गौशाला संचालक के द्वारा रखे गए व्यक्तियों ने बताया कि गौशाला में जो लोग काम करते हैं,उनके लिए है। गलती हो गई आइंदा नहीं ऊगाएंगे। जिसे बेच संचालक लाखों रूपये की काली कमाई कर रहा है। इसकी जानकारी होने के बाद भी निगम के अधिकारियों की ओर से कोई कार्यवाही न क रना। भ्रष्टाचार की ओर संकेत कर रहा है। पार्षद प्रतिनिधि सुभाष स्वामी ने बताया कि मौके पर पहुंचे पार्षदों के दल ने पाया कि गायों के इलाज के बाद कोई व्यवस्था नहीं थी किसी भी तरीके का उपचार करने के लिए कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था। तीन गायों ने हमारे सामने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया, जो कि सुबह से तड़प रही थी। गाय धूप में एक दूसरे से फसी हुई खड़ी थी एक बाड़े में ठूंस ठूंस कर भरी हुई थी। दोपहर 12 बजे तक ना चारे की व्यवस्था और ना ही पानी की कोई व्यवस्था थी नाम आशा ओं की कोई व्यवस्था है।
दानदाता करते है मदद फिर भी व्यवस्था नहीं
निर्दलिय पार्षद मनोज विश्नोई ने आयुक्त को घेरते हुए कहा कि तथा चारा दानदाताओं के द्वारा पहुंचाया जाता है,फिर भी हर महीने नगर निगम से लाखों रुपए भुगतान कहा ंजाता है। गायों के बारे में सफाई की व्यवस्था नहीं होना,चारे के ठान खाली होना। निगम की अकर्मण्यता को दर्शाता है।
ये लोग रहे मौजूद
गायों के मरने की सूचना के बाद मौके पर सुभाष स्वामी,पार्षद मनोज बिश्नोई,पार्षद प्रतिनिधि सुरेंद्र डोटासरा,पार्षद प्रफुल हटीला,पार्षद माणक लाल,पार्षद प्रतिनिधि धनराज सोलंकी,पार्षद सुनील गेदर,पार्षद अब्दुल वहीद,पार्षद मांगीलाल बिश्नोई सहित कांग्रेस,बीजेपी व निर्दलीय पार्षद मौजूद रहे। इसके अलावा मोहल्ला गो सेवा समिति के सुरेश,ओम प्रकाश और सुनील रामावत सहित कई गणमान्य व्यक्ति पहुंचे।