बीएसएफ

बीकानेर। विधानसभा चुनाव को देखते हुए सीमाओं की रखवाली करने वाले बीएसएफ ने बीकानेर सहित पाक सीमा से सटे अन्य जिलों में निगरानी और बढ़ा दी है।

बीएसएफ के जवान तारबंदी से सटे क्षेत्र के अलावा सीमा के नजदीकी गांवों में भी कड़ी चौकसी बरत रहे हैं। इन गांवों-ढाणियों में रहने वाले लोगों के अलावा वहां आने-जाने वाले लोगों तथा सरकारी-गैर सरकारी कार्यों पर जुटे बाहरी मजदूरों तक पर बीएसएफ जवानों की पैनी नजरें टिकी हुई है।

बॉर्डर पर तैनात जवान नजदीकी गांवों के बाशिंदों और मौजिज लोगों के साथ लगातार सम्पर्क बनाए हुए है। दरअसल, चुनावों के दौरान सीमावर्ती शहरों में अत्यंत महत्वपूर्ण और उच्च सुरक्षा प्राप्त नेताओं के चुनाव प्रचार के सिलसिले में आने तथा अन्य कारणों से पाकिस्तान से सटी राजस्थान की सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर है।

गौरतलब है कि चुनावी सभा के सिलसिले में आज केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बीकानेर होते हुए नोखा पहुंचे थे, इनके इलावा प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित अन्य वीवीआईपी सीमावर्ती जिलों में पहुंचने से किसी भी प्रकार की आतंकी वारदातों का खतरा टालने और आतंकी मूसा के पंजाब और राजस्थान के सीमा क्षेत्र में होने की आशंकाओं को दृष्टिगत रखते हुए यह अलर्ट जारी किया गया है। सरहदी जिलों के कई गांव सीमा पर स्थित हैं। जहां 7 दिसम्बर को मतदान होना है।

खबर है कि बीएसएफ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को सीमा सुरक्षा से संबंधित एक रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भारत विरोधी गतिविधियों में बढ़ोतरी से जुड़ी जानकारियां दी गई है।

यह किए जा रहे इंतजाम

जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान से लगती प्रदेश के चार जिलों की सीमा पर अलर्ट जारी करने के साथ बॉर्डर चौकियों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। सीमा पार चल रही गतिविधियों पर निगरानी रखने के साथ उसकी रिपोर्टिंग बढ़ाई है।

नफरी में 10 से 15 प्रतिशत की गई है बढ़ोतरी, तारबंदी के नजदीक प्रशिक्षित ऊंटों के अलावा गाडिय़ों से पेट्रोलिंग की जा रही है। इसी तरह सीसुब ने सीमा पर लगी तारबंदी पर विशेष उपकरण लगाए हैं। अर्ली वार्निंग सिस्टम की संख्या में इजाफा किया गया है।