बीकानेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा दसवी की परीक्षा के दौरान शहर की विभिन्न सरकारी स्कूलों में डे्रस व आधारकार्ड को लेकर बच्चों को किया जा रहा है परेशान।डे्रस व आधार कार्ड को लेकर अभिभावक भी हो रहे है परेशान। ऐसा ही एक वाक्य शहर की रुघुनाथसर कुए पर स्थित बालिका विद्यालय में देखा गया जब हमारे पत्रकार मौके पर खड़े थे तो देखा स्कूल के दो अध्यापक व एक अध्यापिका द्वारा बच्चों को डे्रस के लिए बुरी तरह से सुना रहे थे उनके द्वारा सुनने पर एक बालिका ने रोना शुरु कर दिया। अंगे्रेजी के पेपर के दौरान तो परीक्षा हाल में भी बच्चों को बुरी तरह सुनाए गया कि आप हर कोई स्कूल से फार्म भर देते है आपको कुछ आता ही नहीं है इस प्रकार प्रतडि़त करने से बच्चे मानसिक तनाव में आ गए इस प्रकार से परेशान करने से बच्चे व उनके अभिभाव भी तनाव में नजर आ रहे थे।अभिभावक को कहना था कि प्रवेश पत्र पर किसी भी प्रकार की सूचना प्रकशित नहीं है कि बच्चे डे्रस पहनकर आयेंगे या आधार कार्ड लेकर आएगें। ऐसी कुछ भी जानकारी प्रकाशित नहीं होने के बावजूद भी सरकारी विद्यालय के प्रधानाचार्य व अध्यापक अपने नियम बच्चों पर थोप रहे है। कुछ ऐसा ही हाल भीनासर स्थित बांठिया स्कूल का है उसमें आज बच्चों को सूचना दी गई कि अगर कल आधार कार्ड लेकर नहीं आये तो उनकी कॉपी बोर्ड को नहीं भेजी जायेगी। इस प्रकार से बच्चों को कहना कहा तक सही है। कुछ बच्चों के आधार कार्ड नहीं बना है तो क्या वह पेपर नहीं दे सकता है। सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य व अध्यापक बोर्ड से ऊपर होकर अपना काम कर रहे है। उनके नियमों से बोर्ड के पेपर में बच्चे मानसिक परेशान हो जाते है।