कांग्रेस

शिक्षा मंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा ने पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप महान के जोड़े गए पाठ पर समीक्षा करने के दिए थे बयान, तब से इस मुद्दे पर फिर छिड़ी है बहस।

बीकानेर/जयपुर। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप महान के जोड़े गए पाठ पर समीक्षा के बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है।

भाजपा सरकार के दौरान देवस्थान बोर्ड के पूर्व सदस्य रहे जितेन्द्र सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर शिक्षा मंत्री अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते हैं तो बीजेपी सड़कों पर उतरकर एक बड़ा आंदोलन करेगी।

उन्होंने यह भी कहा कि ‘महाराणा प्रताप की वीरता की मिसाल दी जाती है और पूरे देश में उनके इतिहास की गौरवगाथा सुनाई जाती है’ ऐसे में शिक्षा मंत्री द्वारा दिया गया बयान कि किताबों में महाराणा से संबंधित पाठ की समीक्षा होगी वो काफी निंदनीय है।

सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार अकबर को महान बनाना चाहती है, जिसके कारण वो फिर से पाठ्यक्रम की समीक्षा करवाने की बात कह रही है।

वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा था। रविवार को बीजेपी कार्यालय में हुई एक प्रेसवार्ता के दौरान सैनी ने कहा था कि बीजेपी इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी।

सैनी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर निशाना साधते हुए कहा था कि महापुरुषों के इतिहास को लेकर समीक्षा करने का बयान काफी निंदनीय है। डोटासरा ने फिर से महाराणा प्रताप महान के मुद्दे पर बयान देकर लोगों की भावनाओं को आहत किया है। सैनी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान आम जनता कांग्रेस को इसका जवाब निश्चित देगी।

गौरतलब है कि बीजेपी ने सरकार बनने के बाद राज्य और देशभर में पाठ्य पुस्तक के पाठ्यक्रमों में भारतीय इतिहास के कई पात्रों के नाम को जोड़ा था। प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद कांग्रेस के शिक्षा मंत्री ने महाराणा प्रताप के संबंधित चैप्टर बदलने के बाबत बयान देकर एक नया राजनैतिक बवाल खड़ा कर दिया है।

महाराणा प्रताप की कहानी और हल्दीघाटी में उनकी जीत और हार के मुद्दे पर वामपंथी इतिहासकारों और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारकों के अलावा कांग्रेस के नेताओं के कई बयान इस मुद्दे पर आ चुके हैं।