बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि बैंकर्स अतिरिक्त संवेदनशीलता रखते हुए गरीब, जरूरतमंद और पात्र युवाओं के लिए ऋण स्वीकृत करें।
गौतम ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि बैंकों द्वारा बिना किसी तार्किक आधार के कई ऋण आवेदन अस्वीकृत करने और ऋण आवेदनों को लम्बित रखने की बड़ी संख्या में शिकायतें मिल रही है।

इस तरह के प्रकरणों में लीड बैंक अधिकारी कार्यवाही करें। गौतम ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं की मूल भावना के अनुरूप बैंकर्स लोन देने की कार्यवाही करें। विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा जो पात्र आवेदन भेजे जा रहे है उन्हें भी कई बैंक शाखाओं द्वारा स्वीकार नहीं किया जा रहा है।
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि प्रत्येक बुधवार को 10 से 11 बजे के बीच सम्बंधित विभाग के अधिकारी सम्बंधित बैंक जाए और अधिकारियों के साथ समन्वय कर अपने यहां प्राप्त आवेदनों में ऋण स्वीकार करवाने के कार्य करें। जिला कलक्टर ने बैठक के दौरान एक ऋण आवेदक को बुलाया और उसकी शिकायत अधिकारियों के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि ऐसे ही कई युवाओं की ओर से शिकायतें प्राप्त हुई हंै कि बिना मोरगेज के ऋण लेने का पात्र होने के बावजूद बैंकों की ओर से उनके आवेदन खारिज हुए हैं।


गौतम ने कहा कि ऐसे प्रकरणों में बैंक सरकारी योजनाओं के लाभ से पात्र को वंचित कर रहे हैं इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारियों को संवेदनशीलता रखते हुए कार्य करने की आवश्यकता है ताकि पात्र महिलाएं, युवा व गरीब आदमी को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके तथा उनकी स्थिति में सुधार आ सके। उन्होंने कहा कि बिना कारण के प्रार्थी को लोन नहीं मिलने से युवा अपना रोजगार प्रारम्भ नहीं कर पा रहे हैं। बैंकिंग सेक्टर का यह रवैया सरकार की मंशानुरूप नहीं है।

उन्होंने कहा कि बैंक छोटे-छोटे लोन स्वीकृत कर लाभ दें। लोन स्वीकृति में मैनेजरों द्वारा पैसे मांगने जैसी भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतें भी मिली है, ऐसे मामलों में सम्बंधित बैंक व लीड बैंक अधिकारी कड़ी कार्यवाही करें। जिन शाखाओं में ज्यादा आवेदन लम्बित है वहां समन्वय कर कार्य कर आम व्यक्ति को ज्यादा फायदा दें। आवेदन पेंडिंग न रहे इसके लिए कारण सहित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण किया जाए। प्री सेंक्शन सर्वे करने के बाद आवेदन के लिए बैंकर्स विभागीय अधिकारियों के साथ सहयोग करें। उन्होंने कहा कि लीड बैंक एक ऑब्जेक्टिव गाइड लाइन बनाकर सभी बैंकों को वितरित करें। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि लोन स्वीकृति और भुगतान के बीच डिले न हो। बैंकर्स विभागों के साथ समन्वय से कार्य करें।
सम्मानित होगी बैंक शाखा
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले भर में उत्कृष्ट कार्य कर लोगों को लाभान्वित करने वाली बैंक शाखा को त्रैमासिक बैठक के दौरान सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान का उद्देश्य बैंक अधिकारियों से संवेदनशीलता का परिचय देते हुए सरकार की योजनाओं में सहयोग करना है।
जिला कलक्टर ने कहा कि बैंक सभी ग्राम पंचायत स्तर पर बैंकिंग संवाददाताओं की उपलब्धता सुनिश्चित करे तथा इनसे जुड़ी शिकायत पर बीसी को हटाने की कार्यवाही करे। बड़ी आबादी वाले गांवों व कस्बों में एटीएम लगाने के प्रस्ताव भेजें तथा आवश्यकतानुसार मोबाइल एटीएम की व्यवस्था भी सुनिश्चित करवाएं।
अल्पसंख्यकों, किसानों व एससी-एसटी को दें प्राथमिकता
गौतम ने कहा कि बैंक ऋण स्वीकृत करने में अल्पसंख्यकों, किसानों व एससी,एसटी वर्ग के व्यक्तियों को प्राथमिकता दें। इस सम्बंध में प्रत्येक माह की रिपोर्ट सही आंकड़ों के साथ भेजी जाए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के जो आवेदन बकाया है उन्हें पात्रतानुसार त्वरित रूप से निस्तारित करें। जिला कलक्टर ने बैंक के बाहर ऋण योजनाओं की पात्रता व योग्यता, आवश्यक दस्तावेज सहित समस्त सूचना चस्पा करने के निर्देश दिए। । उन्होंने विद्यार्थियों में वित्तीय साक्षरता के लिए साधारण भाषा में बुकलेट वितरित करवाने के भी निर्देश दिए। बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षुण अधिकारी अभिषेक सुराणा,लीड बैंक अधिकारी एन.के.गौड़,उप निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एल.डी.पंवार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।