देवेन्द्र वाणी न्यूज बीकानेर। देवउठनी एकादशी के चलते बुधवार से बीकानेर में वेडिंग सीजन की शुरुआत हो चुकी है। इधर आज अबूझ सावे के चलते बीकानेर में लगभग 600 की तादाद में शादियां होनी है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए सरकार और प्रशासन भी पूरी तरह सख्त है। वहीं सीएम अशोक गहलोत इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों को पहले ही जरूरी दिशा निर्देश जारी कर चुके हैं। सरकार की ओर से जारी निर्देशों के अनुरूप किसी भी विवाह समारोह में 100 से अधिक व्यक्ति शामिल नहीं हो, इस संबंध में साफ तौर पर आदेश जारी किया है। सीएम गहलोत ने कहा कि प्रशासन और पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि शादियों में भीड़ का वातावरण नहीं दिखे। 100 से ज्यादा व्यक्ति शादी में एकत्रित होने पर सीधा 25 हजार का जुर्माना तय किया गया है, जो पहले 10 हजार था।
80 प्रतिशत शादियों बुधवार को ही है होनी
जानकारों की मानें, तो बुधवार को अजूब मूहर्त होने के कारण बीकानेर और अन्य जिलों की लगभग 80 प्रतिशत शादियां आज ही होनी है। आपको बता दें कि राजस्थान में दो बड़े अबूझ सावे माने जाते हैं पहला अप्रेल में आखातीज और दूसरी देवउठनी एकादशी। क्योंकि इस बार अप्रेल में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगा था, लिहाजा देवउठनी एकादशी पर इस बार शादियों की संख्या पिछले सालों के वनस्पत ज्यादा बताई जा रही है। अनुमान के मुताबिक राजस्थान में 10 हजार से ज्यादा और बीकानेर में लगभग 600 शादियां होनी है। इतनी बड़ी तादात में शादियों होने के कारण प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। जिला कलेक्टर से लेकर उपखंड अधिकारी (एसडीएम) कोरोना नियमों का पालन हो, इसे ध्यान में रखते हुए पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं।
बिना बताए शादी करना पड़ेगा महंगा
कोरोना संक्रमण के कारण इस बार शादियां बिना बताए नहीं जा सकेगी। यदि ऐसा होता है, तो आयोजनकर्ता के खिलाफ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा। साथ ही अधिनियम के तहत भारी जुर्माना और सजा का प्रावधान भी है। बिना बताए शादी करने पर 5000 हजार रुपये का फाइन देना होगा।
वीडियोग्राफी है जरूरी
निर्देर्शो के अनुसार शादी आयोजनकर्ताओं को यह साफ निर्देश दिए हैं कि उन्हें शादी की वीडियोग्राफी करवानी होगी। 100 से ज्यादा लोगों के एकत्र होने की सूचना या अंदेशा हो, तो पुलिस एवं प्रशासन भी वीडियोग्राफी करवा सकता है। शादी स्थलों के बाहर पुलिस का जाब्ता भी देखा जा सकता है। लिहाजा मास्क और सैनिटाइजेशन का खयाल रखना जरूरी है। आयोजनकर्ताओं से कहा गया है कि वो मास्क के बिना शादियों में किसी को एंट्री ना दें।
शादिर्यो में जाने वालों को मिली है नाइट कर्फ्यू में रियायत
हालांकि विवाह समारोह में अनिवार्य रूप से फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर की उपलब्धता और थर्मल स्क्रीनिंग का पालन करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि प्रदेश में संक्रमण बढऩे के बाद रात आठ बजे से सुबह 6 बजे तक लगाए गए नाइट कर्फ्यू में शादी में जाने वालों को रियायत मिली है। इसके लिए उन्हें शादी का कार्ड दिखाना होगा। वहीं नाइट कर्फ्यू में अनिवार्य सेवा देने वाले लोगों को अपने आईकार्ड दिखाना जरूरी होगा।